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नवरात्र पर बड़ी दुर्गा मां की पूजा में उमड़ते हैं श्रद्धालु

पंचमंदिर में भक्तों की हर मुराद होती है पूरी

प्रतिनिधि, जमुई

शक्ति की आराधना के महापर्व दुर्गा पूजा में अब कुछ दिन ही शेष बचे हैं. शहर के विभिन्न जगहों पर स्थापित होने वाले मां दुर्गा की प्रतिमाओं समेत सजावट व अन्य कार्यों को लेकर दुर्गा पूजा समिति के सदस्य जोर-शोर से जुटे हुए हैं. जिले में दुर्गा पूजा का विशेष महत्व है और जिले के अलग-अलग मंदिरों की अपनी-अपनी महत्ता है.

मुख्यालय स्थित पंचमंदिर बड़ी दुर्गा मंदिर ऐतिहासिक है. इस मंदिर की महिमा दूर-दूर तक फैली हुई है. मान्यता है कि इस मंदिर में मां के समक्ष सच्चे मन से मांगी गयी मुरादें मां अवश्य पूरी करती हैं. बड़ी दुर्गा मां की कृपा पाने के लिए नवरात्र की पहली पूजा से ही दूर-दूर से श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचना शुरू हो जाता है. स्थानीय लोगों की ओर से से पंचमंदिर बड़ी दुर्गा मंदिर में लगभग 112 वर्षों से दुर्गा पूजा धमधाम से की जा रही है. जानकारी देते हुए श्रीश्री 108 सार्वजनिक बड़ी दुर्गा महारानी पूजा समिति पंचमंदिर के अध्यक्ष गिरीश शर्मा, सचिव मोहन शर्मा, दिवाकर कुमार भगत, विरेन्द्र शर्मा, अनिल भगत, हीरा भगत ने बताया कि इस मंदिर में आजादी के पूर्व से ही मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि पहले यहां फूस व खपरैल के बने मंदिर में मां की पूजा-अर्चना की जाती थी. बाद में स्थानीय लोगों के सहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण करवाया गया. सदस्यों ने बताया गया कि इस बार प्रतिमा काफी भव्य रूप में रहेगी. सजावट, लाइट, साउंड की व्यवस्था का काफी विस्तार किया गया है. मंदिर में नंदन पंडित नवरात्र में पाठ करते हैं. कलश स्थापना के साथ नवरात्र की प्रथम दिन से ही पूजा के साथ ही मेला का भी आयोजन शुरू हो जाता है. इसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने लगती है. सदस्यों ने बताया कि प्रतिमा निर्माण, पूजा एवं सजावट का काम शुरू कर दिया गया है. बताया जाता है कि हर साल सप्तमी, अष्ठमी, नवमी, दशमी को मेला का आयोजन किया जाता है. इसमें श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगती है. भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग भी मिलता है.

मां को लगाया जाता है खीर-पूरी का भोग

पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि नवरात्र के सातवें दिन दर्शन को लेकर मंदिर का पट खोल दिया जाता है. पट खुलने के बाद मां को खीर-पुरी का भोग लगाया जाता है. इसके साथ ही सभी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण भी किया जाता है. दशमी को भंडारा किया जाता है.

12 फुट से अधिक ऊंची प्रतिमा का हो रहा निर्माण

पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार यहां 12 फुट से अधिक ऊंची मां की प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है. इसके साथ ही अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा का भी निर्माण किया जा रहा है. सदस्यों ने बताया कि पिछले लगभग 40 वर्षों से जमालपुर निवासी गोपाल पंडित यहां प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं.

मां के साथ अन्य देवी-देवताओं की भी रहेंगी प्रतिमाएं

श्रीश्री108 सार्वजनिक बड़ी दुर्गा महारानी पूजा समिति पंचमंदिर के अध्यक्ष गीरीश शर्मा ने बताया कि मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं की भी प्रतिमा भी यहां स्थापित की जायेगी. इस वर्ष सभी प्रतिमा की विशेष रूप से सजावट रहेगी. मां दुर्गा की प्रतिमा के समीप मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, गणेश, कार्तिक की प्रतिमा रहेगी. मां सरस्वती आशीर्वाद की मुद्रा में दिखेंगी. मां लक्ष्मी की सवारी उल्लू को भी आकर्षक रूप दिया जा रहा है.

सीसीटीवी से की जायेगी निगरानी

पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि मेला के दौरान कोई गड़बड़ी न हो. इसके लिए दर्जनों जगहों पर सीसीटीवी लगाये जायेंगे. प्रतिमा स्थल, बैरिकेडिंग एरिया समेत सभी क्षेत्र सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे. किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर पूजा समिति के वॉलिंटियर द्वारा सुलझाया जायेगा. इसके अलावा पुलिस-प्रशासन श्रसर मेला परिसर में मुस्तैद रहेगा.

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