जर्जर सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल
ग्रामीणों ने की ताराकुरा-करहरा मुख्य सड़क के जीर्णोद्धार की मांग
झाझा. यक्षराज पहाड़ी के जंगली क्षेत्र से होकर गुजरने वाली ताराकुरा-करहरा मुख्य सड़क के जीर्णोद्धार की लंबे समय से मांग की जा रही है. इसी को लेकर रविवार को स्थानीय ग्रामीणों व राहगीरों ने यक्षराज पहाड़ी के समीप प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायत के अलावा बांका जिले के कई पंचायतों को जोड़ने वाली सड़क है. इसके अलावा यह पहाड़ी क्षेत्र के आसपास रहने वालों के लिए मुख्य सड़क है. यहां आजादी के बाद से ही लोग पथरीली सड़क होकर गुजरने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने सरकार से इसके नवनिर्माण की मांग की है.
कोई पड़ जात है बीमार, तो हो जाती है आफत
ताराकुरा गांव के रहने वाले इजरेल अंसारी, जुवेद अंसारी, तनिक मंडल, फलिया देवी, सुमोना देवी समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि यक्षराज स्थान से होकर करहरा पंचायत अंतर्गत ताराकुरा, बाबुकरा समेत आधा दर्जनभर गांव को यह सड़क जोड़ती है. सड़क इस कदर जर्जर है कि इस मार्ग से लोग दो पहिया वाहन लेकर भी सही से नहीं चल सकते हैं. सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं. कई जगहों पर बड़ा-बड़ा पत्थर पड़ा हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि ताराकुरा, बाबूकुरा सहित आसपास के क्षेत्रों में कई स्कूल भी हैं, जहां शहर से शिक्षकों को भी आने -जाने में इस जर्जर सड़क के कारण परेशानी होती है. लोगों ने कहा कि सबसे ज्यादा परेशानी उस वक्त होती है, जब गांव में कोई बीमार पड़ जाता है. उसे अस्पताल लाने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. लोगों ने कहा कि जंगल क्षेत्र में पड़ने वाली इस सड़क का जीर्णोद्धार जनप्रतिनिधि या जिला प्रशासन की ओर से अबतक नहीं करवाया गया है. इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई ग्रामीणों ने बताया कि जब भी सड़क निर्माण की बात होती है तो वन विभाग इस पर रोक लगा देता है. इस कारण भी सड़क नहीं बन पा रही है. हालांकि वनों के क्षेत्र पदाधिकारी रवि कुमार ने मामले में बताया कि अब वन विभाग से कोई रुकावट नहीं है. सरकार सड़क बना सकती है.
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