जमुई. स्टार्टअप दिवस के अवसर पर केकेएम कॉलेज में स्टार्टअप और आर्थिक विकास विषय पर परिचर्चा हुई. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. चंद्रमा सिंह ने कहा कि स्टार्टअप नवयुग और नवभारत के लिए प्रेरक है. स्टार्टअप की उड़ान में ही भारत का भविष्य निहित है. स्टार्टअप दिवस हमें यह याद दिलाता है कि सपने देखना और उन्हें पूरा करना हर किसी का अधिकार है. डॉ. गौरी शंकर पासवान ने कहा कि भारत की धरती हमेशा से नवाचार और सृजन की जननी रही है. स्टार्टअप विचारों की गूंज है, जो समाज को नई दिशा देते हैं. आज स्टार्टअप ने यह साबित कर दिया है कि छोटा से छोटा विचार भी बड़ा बदलाव ला सकता है. यह दिवस उन युवाओं को समर्पित है जिन्होंने अपने सपनों को आकार देकर देश को आर्थिक और सामाजिक उन्नति की दिशा में अग्रसर किया है. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप आर्थिक विकास का एक प्रभावशाली इंजन है. भारत अब स्टार्टअप हब के रूप में विकसित हो रहा है. सरकारी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप ने 2024 तक देश में 17 लाख रोजगार के अवसर सृजित किए हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रो. गौरी शंकर पासवान ने की. कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. चंद्रमा सिंह, डॉ. देवेंद्र कुमार गोयल, डॉ. दीपक कुमार, प्रो. रणविजय कुमार सिंह, डॉ. अनिंदो सुंदर पोले, डॉ. यूएन घोष, प्रो. कैलाश पंडित, प्रो. अमोद कुमार सिंह, डॉ. अजीत कुमार भारती, और श्री रवीश कुमार सिंह, कृष्णागिरी, सुशील कुमार, बटेश्वर यादव, रामचरित्र मानस, शैलेश सिंह समेत कॉलेज के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे.
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