जमुई में नहीं दिखा बंद के एलान का असर

नक्सलियों ने एक दिवसीय बिहार-झारखंड बंद का किया था आह्वान

By Prabhat Khabar News Desk | July 25, 2024 10:27 PM

जमुई1 नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के गुरुवार को घोषित एक दिवसीय बंद का असर जमुई जिले में देखने को नहीं मिला. हालांकि नक्सली बंद को लेकर पुलिस सतर्कता जरूर बरत रही थी और लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही थी. नक्सली बंद के बावजूद जिले के खैरा, गरही, झाझा, सिमुलतला, बरहट और लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाकों में भी कामकाज सामान्य दिनों की तरह ही देखने को मिला. जमुई के सबसे अधिक नक्सल प्रभावित माने जाने वाले गांवों में नक्सली बंद के बावजूद लोगों की दिनचर्या सामान्य रही. गौरतलब है कि इनामी नक्सली विवेक यादव की पत्नी जया हेंब्रम सहित अन्य नक्सली को झारखंड पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लेने के बाद नक्सलियों ने पुलिस पर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से टॉर्चर करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को एकदिवसीय बंद का आह्वान किया था. नक्सली बंद को देखते हुए पुलिस भी सतर्कता बरत रही थी.

नक्सल प्रभावित के ठप्पे से लगभग आजाद हो गया जमुई जिला

गौरतलब है कि जमुई जिला भी नक्सल प्रभावित माना जाता रहा है. लगभग डेढ़ दशक तक जिले के कई थाना क्षेत्र में नक्सली दबदबा रहा. इस कारण जब भी नक्सली बंद होती थी, या नक्सलियों के द्वारा ऐसा कोई एलान किया जाता था इन इलाकों में रोजमर्रा का जीवन भी काफी प्रभावित हो जाता था. लोग घरों में कैद हो जाते थे व सड़कें सुनसान हो जाया करती थी. परंतु जमुई में नक्सली जब से पूरी तरीके से बैकफुट पर गये हैं तब से यहां नक्सली बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिलता है. ऐसा ही गुरुवार को भी देखने को मिला. नक्सल प्रभावित इलाकों में गुरुवार को भी सभी दुकानें सामान्य रूप से खुली, सड़कों पर वाहनों का परिचालन भी बिल्कुल सामान्य रूप से हुआ. बच्चे स्कूल गये, स्कूलों में शिक्षकों ने अध्यापन का काम किया तथा लोगों के रोजमर्रा के जीवन पर इसका अंश मात्र प्रभाव भी देखने को नहीं मिला.

सीमावर्ती इलाकों में चलाया गया ऑपरेशन : एसपी

पुलिस अधीक्षक डॉ शौर्य सुमन ने कहा कि नक्सली बंद को लेकर जिले में लगातार सतर्कता बरती गयी. उन्होंने बताया कि बंद को लेकर जिले के सभी सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बलों के द्वारा ऑपरेशन चलाया जा रहा था. जंगली इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. इसमें सीमावर्ती जिले की पुलिस को भी शामिल किया गया था. हालांकि उन्होंने कहा कि जिले में जिस तरीके से नक्सली बैकफुट पर आ गये हैं उसमें स्थानीय लोगों का भी काफी सहयोग रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में जमुई जिले में नक्सलवाद के खिलाफ बेहतरीन काम किया गया है. कई बड़े नक्सलियों को या तो मार गिराया गया है या उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में भी नक्सलवाद के खिलाफ जिले में लगातार अभियान चलाये जाते रहेंगे.

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