कुंदरी गांव में किसान की हत्या
सात किलोमीटर दूर ले जा कर फेंका शव, छानबीन में जुटी पुलिस
जमुई. सदर थाना क्षेत्र के कुंदरी गांव में अपराधियों ने किसान शंकर सिंह की हत्या कर दी. इसके बाद करीब सात किलोमीटर दूर ले जाकर नहर में शव को फेंक दिया. मृतक कुंदरी गांव निवासी 42 वर्षीय शंकर सिंह, पिता रामजी सिंह है. जानकारी के अनुसार रविवार सुबह पुलिस को यह सूचना मिली कि सदर थाना क्षेत्र के छठु धनामा गांव के समीप एक किसान का शव नहर में पड़ा हुआ है. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने शव उठाने का विरोध कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि शंकर सिंह किसान थे और अपनी साइकिल से भुट्टा, सब्जी ले जाकर गांव-गांव में घूम कर बेचते थे. मृतक शंकर सिंह के पुत्र गोलू कुमार ने बताया कि शनिवार को भी वे अपने घर से भुट्टा बेचने के लिए ही निकले थे. शाम हो जाने के बाद भी जब घर लौटकर नहीं आये तो हमलोग परेशान होकर खोजबीन करने लगे, पर उनका कुछ पता नहीं चल सका. रविवार सुबह सूचना मिली कि कुंदरी गांव के समीप प्यारेपुर महादलित बस्ती के समीप नहर में एक साइकिल और चप्पल पड़ा है. वहीं सड़क पर खून भी पसरा हुआ है. हम लोग जब वहां पहुंचे तब देखा कि चप्पल व साइकिल मेरे पिताजी की है. खून देखकर हमलोग काफी परेशान हो गये. इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से खोजबीन करने लगे तभी सूचना मिली कि करीब सात किलोमीटर दूर छठू धनामा गांव के समीप नहर में एक व्यक्ति की लाश पड़ी है. हमलोग जब वहां पहुंचे तो देखा कि शव मेरे पिता शंकर सिंह का है. सूचना पाकर पहुंचे एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि मारपीट और गला दबाकर उक्त व्यक्ति की हत्या हुई है. शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा जा रहा है. घटना में वैज्ञानिक अनुसंधान को लेकर डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है. टीम साक्ष्य संकलन कर रही है. तकनीकी व वैज्ञानिक अनुसंधान की सहायता से जल्द ही मामले का उद्भेदन कर घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कर ली जायेगी.
शव उठाने को लेकर पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत:
कुंदरी गांव निवासी शंकर सिंह का शव को घटनास्थल से उठाने को लेकर पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी. मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने शव उठाने से रोक दिया. घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश था. लोग त्वरित कार्रवाई करने और अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी करने की मांग कर रहे थे. कड़ी धूप के बावजूद बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर डटे थे. पुलिस पदाधिकारी ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन उन पर कोई असर नहीं हो रहा था. इसके बाद पुलिस के द्वारा एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया. एफएसएल और डॉग स्क्वायड टीम के द्वारा साक्ष्य लेकर छानबीन करने के बाद लोगों ने शव ले जाने दिया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भिजवा दिया. इस दौरान पुलिस को करीब छह घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी.जमीन विवाद से भी जुड़ सकता है तार:
किसान शंकर सिंह की हत्या किस कारण से हुई है. इसका कुछ भी पता नहीं चल सका है. परिजनों ने बताया कि हमलोगों का किसी के साथ कोई भी विवाद नहीं है और ना ही किसी से दुश्मनी है. ऐसे में हत्या क्यों की गयी, यह तो स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सका है. मृतक शंकर सिंह के पुत्र गोलू कुमार ने बताया कि पिताजी का अपने ही परिवार के लोगों के साथ एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. हमलोगों को अपने हिस्से की जमीन नहीं मिली है, इस कारण से परिवार में ही तनाव की स्थिति है और लगातार विवाद होते रहता है. उसने आशंका जतायी कि संभवत: जमीन विवाद में ही पिता की हत्या की गयी है.घटना के बाद पुलिस छावनी में तब्दील हुआ कुंदरी-सनकुरहा मार्ग:
शंकर सिंह के शव मिलने की सूचना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गयी. शुरुआत में इसे जातीय संघर्ष में हत्या के रूप में देखा जा रहा था. इसकी भनक मिलते ही पुलिस काफी एक्टिव हो गयी और घटनास्थल के समीप बड़ी संख्या में पुलिस जवानों को तैनात कर दिया गया. पुलिस ने पूरे क्षेत्र को अपने कब्जे में लिया था. घटना को लेकर स्थानीय लोग भी चुप्पी साधे हुए थे, कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं थे. हालांकि बाद में यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ दिखने लगा. पुलिस की कई टीमें लगातार पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है.दो सप्ताह पहले की थी बेटी की शादी:
स्थानीय लोगों के अनुसार शंकर सिंह ने दो सप्ताह पहले ही अपनी बेटी की शादी की थी. 18 अप्रैल को उनकी बेटी की शादी मंजोष गांव में हुई थी. इसके बाद परिवार में खुशियों का माहौल था. लेकिन शंकर सिंह की हत्या के बाद खुशियों का माहौल मातम में तब्दील हो गया. शंकर सिंह के परिवार में एक पुत्री और दो पुत्र हैं. इसमें पुत्री की अभी हाल में ही शादी हुई है. घटना के बाद मृतक शंकर सिंह की पत्नी, पुत्र, पुत्री समेत परिवार के अन्य लोगों का रो-रो कर बुरा हाल था. परिजन मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है