सोनो. प्रशासन की ओर से विभिन्न कारणों से भारी वाहनों को जब्त तो कर लिया जाता है, परंतु जब्त किये गये इन वाहनों को रखने का कोई विशेष स्थल का चयन न कर उसे सड़क के किनारे या फिर खेल मैदान में ही खड़ा कर दिया जाता है. सड़क किनारे जब्त वाहनों को खड़ा करने से जहां कभी कभी सड़क जाम की समस्या बन जाती है वहीं दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है. प्रखंड मुख्यालय सोनो में थाना के मुख्य गेट के समीप ही सड़क किनारे लगा जब्त ट्रक भी परेशानी का सबब बना हुआ है. एक तो जितनी दूर ट्रक खड़ा है वहां का सड़क वन वे बन गया है, जिससे वाहनों को गुजरने में कठिनाई होती है. कभी-कभी तो दुर्घटना होते होते बचता है. इस तरह सड़कों को जाम से मुक्त रखने की जिम्मेदारी संभालने वाली पुलिस व परिवहन विभाग खुद अपने कार्यों से आम लोगों को परेशानी में डाल रही है. यहां थाना के सामने एनएच 333ए पर सड़क किनारे खड़े ये ट्रक महीनों पूर्व जब्त हुए. जब्त ट्रकों के सड़क के किनारे खड़ा रहने से अन्य वाहनों के साथ ही पैदल चलने वाले लोगों को भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
जब्त वाहन लगे रहने से सड़क हो गयी है संकरी:
बता दें कि इसी सड़क से उच्च विद्यालय, प्रखंड कार्यालय, अस्पताल, पशु चिकित्सालय, कृषि कार्यालय व अन्य कई प्रमुख स्थानों पर प्रतिदिन लोगों का आवागमन होता है. थाना परिसर के बगल में ही हाई स्कूल होने से बच्चे भी इसी सड़क से विद्यालय आते जाते हैं. सड़क किनारे जब्त वाहनों के खड़े रहने से सड़क सकरी हो गयी है. इससे यहां हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. ऐसी ही स्थिति आदर्श मध्य विद्यालय के खेल मैदान की है जहां बीते वर्ष कई जब्त ट्रक को खड़ा कर दिया गया था. इससे स्कूली बच्चों का खेल कूद तो प्रभावित हो ही रहा था. इसके साथ ही यहां होने वाले कई कार्यक्रम भी प्रभावित होते थे. मैदान के बीच खड़े ऐसे भारी वाहनों से खेल के दौरान बच्चों को चोट लगने की आशंका बनी रहती थी. कई बार इस मामले को पदाधिकारियों के समक्ष लाने पर निराकरण के नाम पर वाहन को बीच मैदान से हटाकर मैदान के किनारे खड़ा कर दिया गया. बाहर लावारिस अवस्था में खड़े इन जब्त वाहनों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है