गिद्धौर-जमुई बाइपास सड़क जर्जर, हो रहे हादसे
यात्रियों व दोपहिया वाहन चालकों को जर्जर सड़क से आवगमन में हो रही परेशानी
गिद्धौर. प्रखंड मुख्यालय के गिद्धौर बाजार से होकर दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली गिद्धौर-जमुई बाइपास सड़क की हालत इन दिनों बद से बदतर हो गयी है. इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. इस सड़क के जर्जर हो जाने से इस इलाके के दर्जनों यात्री दोपहिया एवं चारपहिया वाहनों सहित क्षेत्र के राहगीरों को उक्त सड़क पर आवागमन के दौरान घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. लेकिन इस समस्या की सुधि लेने वाला यहां कोई नहीं है. बताते चलें कि कई वर्ष पूर्व लाखों रुपये खर्च कर इस इलाके के लोगों के आवागमन को सुलभ बनाने व गिद्धौर सहित आसपास के दर्जनों गांव के लोगों को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए इस सड़क का निर्माण यहां करवाया गया था, लेकिन उक्त बायपास सड़क बारिश के इस मौसम में तालाब में तब्दील हो गयी है. यहां इस सड़क पर आवागमन के दौरान लोग हादसे के शिकार होकर चोटिल होते रहते हैं. लेकिन क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए लाइफ लाइन कही जाने वाली यह सड़क जीर्णोद्धार के आस में उदासीनता की भेंट चढ़कर रह गयी है.
कहते हैं क्षेत्र के ग्रामीण
गिद्धौर-जमुई बाइपास सड़क की समस्या को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण बिमल मिश्रा पागो मांझी, मंगल मालाकार, मनोज यादव, बबलू शर्मा, दयानंद विश्वकर्मा आदि बताते हैं कि उक्त सड़क भारी वाहनों के अत्यधिक परिचालन से क्षतिग्रस्त होकर जहां तहां से टूट कर खराब हो गयी है. सड़क बड़े बड़े गड्ढे में तब्दील हो गयी है. इससे उक्त बाइपास सड़क से सफर के दौरान आमलोगों को घोर कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सफर के दौरान कई बार सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे के कारण लोग चोट खाकर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. बताते चलें कि इस सड़क से गिद्धौर सहित आसपास के कई इलाके के लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने में काफी सहूलियत होती है व जिला मुख्यालय की दूरी भी काफी कम हो जाती है. क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि अगर जिला प्रशासन द्वारा विभागीय स्तर से उक्त सड़क की मरम्मति का कार्य करवा दिया जाये तो उक्त सड़क से कई गांव के लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने में काफी सुविधा होगी. वहीं दुर्घटना की आशंका भी सड़क पर कम हो जाएगी. आवागमन सुलभ हो जाएगा. क्षेत्र के ग्रामीणों ने इस समस्या के निदान के लिए जिला प्रशासन से सड़क की मरम्मति को लेकर इस दिशा में पहल कर समस्या के निदान की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है