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तारापुर के मतदाता जमुई लोकसभा सीट पर निभाएंगे निर्णायक की भूमिका

एनडीए गठबंधन में जमुई लोकसभा सीट लोजपा (आर) के खाते में गयी है. यहां चिराग पासवान ने अपने बहनोई अरुण भारती को मैदान में उतारा है. महागठबंधन में यह सीट राजद को मिली, तो उसने अर्चना रविदास को उम्मीदवार बना दिया. हालांकि मैदान में आधा दर्जन से अधिक प्रत्याशी हैं, लेकिन यहां सीधा मुकाबला राजग और महागठबंधन के बीच है.

By Ravi Ranjan | April 5, 2024 7:31 PM
  • तारापुर के मतदाता जमुई लोकसभा सीट पर निभाएंगे निर्णायक की भूमिका
  • मतदाताओं की संख्या के मामले में छह विधानसभा वाले जमुई लोकसभा में दूसरे स्थान पर है तारापुर
  • सुरक्षित जमुई लोकसभा में राजग और महागठबंधन के बीच है आमने-सामने का मुकाबला

जमुई लोकसभा सीट: तारापुर. प्रथम चरण में जमुई लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को वोट डाला जायेगा. इसमें तारपुर के मतदाता निर्णायक की भूमिका में रहेंगे, क्योंकि छह विधानसभावाले इस संसदीय क्षेत्र में झाझा के बाद तारापुर विधानसभा क्षेत्र में ही सर्वाधिक मतदाता हैं, जो राजग और महागठबंधन प्रत्याशी के भाग्य का फैसला करेंगे. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले चरण के चुनाव को लेकर गुरुवार को जमुई से ही चुनावी सभा की शुरूआत की. इसके बाद जमुई लोकसभा में राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज हो गयी है.

2009 से है जमुई सीट पर एनडीए का कब्जा

जमुई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 2008 में अस्तित्व में आया. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर वर्ष 2009 से अब तक एनडीए का ही कब्जा है. सीट आरक्षित होने की वजह से इसका सीधा लाभ प्रत्याशियों को पार्टी के नाम पर भी खूब मिलता है. वर्ष 2009 में हुए चुनाव में एनडीए प्रत्याशी भूदेव चौधरी ने जीत हासिल की. उनको 178560 मत मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद प्रत्याशी श्याम रजक को 148763 मत मिले थे. तीसरे नंबर पर कांग्रेस उम्मीदवार अशोक चौधरी को मात्र 71267 मत प्राप्त हुए थे. हालांकि अब अशोक चौधरी जदयू में है. वर्ष 2014 के चुनाव में एनडीए ने लोजपा से चिराग पासवान को मैदान में उतारा था. एकबार फिर एनडीए उम्मीदवार ने राजद प्रत्याशी सुधांशु शेखर भास्कर को शिकस्त दी थी. हालांकि उस समय जदयू एनडीए का हिस्सा नहीं था और उसने उदय नारायण चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया था. चिराग ने राजद उम्मीदवार को पराजित किया था. वर्ष 2019 के चुनाव में एनडीए ने चिराग को फिर मैदान में उतारा और उनको जीत भी मिली. चिराग के पक्ष में कुल 529134 मत पड़े थे, जबकि रालोसपा प्रत्याशी भूदेव चौधरी को 288085 वोट मिले थे. लगातार 2009 से राजग की झोली में रहनेवाली इस सीट पर 2024 का होनेवाला चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है, क्योंकि एक बार फिर यहां राजग और महागठबंधन आमने-सामने हैं.

राजग और महागठबंधन के बीच है सीधा मुकाबला

इस बार का लोकसभा चुनाव काफी रोमांचक है. एनडीए गठबंधन में जमुई लोकसभा सीट लोजपा (आर) के खाते में गयी है. यहां चिराग पासवान ने अपने बहनोई अरुण भारती को मैदान में उतारा है. महागठबंधन में यह सीट राजद को मिली, तो उसने अर्चना रविदास को उम्मीदवार बना दिया. हालांकि मैदान में आधा दर्जन से अधिक प्रत्याशी हैं, लेकिन यहां सीधा मुकाबला राजग और महागठबंधन के बीच है. एक ओर जहां चिराग अपने राजीतिक गढ़ में सेंधमारी रोकते हुए अपने बहनोई की जीत सुनिश्चित करने में लगे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी तक को चुनावी सभा में बुलाने में कामयाब रहे. वहीं, दूसरी और अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव अपनी पत्नी अर्चना रविदास को चुनाव जीताने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. मुकेश यादव का लालू परिवार खास कर तेजस्वी यादव से काफी घनिष्ठ संबंध है. इसके कारण जमुई लोकसभा का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है.

तारापुर विस क्षेत्र के मतदाताओं की स्थिति

  • कुल मतदाताओं की संख्या – 339212
  • पुरुष मतदाताओं की संख्या -180995
  • महिला मतदाताओं की संख्या – 158207

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