पटना के होटल में बनी थी अपहरण की साजिश, मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी की चर्चा

बांका का रहने वाला है मास्टरमाइंड, हनी ट्रैप के जरिये फंसा दो व्यवसायियों का अपहरण कर रहे थे अपराधी

By Prabhat Khabar News Desk | July 31, 2024 11:08 PM

जमुई. हनी ट्रैप में फंसा कर दो व्यवसायियों के अपहरण मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. चर्चा है कि पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड रवि चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. बताते चलें कि रवि चौधरी बांका जिले का रहने वाला है तथा उसका नेटवर्क पूरे बिहार में फैला हुआ है. वह लगातार अपहरण की घटनाओं को अंजाम देता रहा है. झाझा अपहरण मामले में भी उसकी संलिप्तता सामने आयी है, ऐसी चर्चा है कि पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है. सूत्रों की मानें कि रवि चौधरी ही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड था. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र अंतर्गत मछिंद्रा जखराज बाबा मंदिर के पास से दो व्यवसायियों काे हनी ट्रैप के माध्यम से फंसा कर अपहरण का प्रयास किया गया था. जमुई के नीमा रंग निवासी अभिमन्यु कुमार और बरहट प्रखंड अंतर्गत बालवाड़ीह गांव निवासी राहुल कुमार उर्फ चंदन मिश्रा का अपराधियों ने अपहरण करने का प्रयास किया था. 22 जुलाई को एक महिला ने उनको फोन कर पहले मिलने के लिए मछिंद्रा जाखराज बाबा मंदिर के पास बुलाया था. वहां पहले से घात लगाये शातिर अपराधी धर्मा पासवान ने हथियार के बल पर उन्हें अगवा कर लिया था. हालांकि जब अपराधी उन्हें लेकर जा रहे थे, उस दौरान कुछ ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया तथा दोनों अपहर्ताओं को पकड़कर उनकी जमकर पिटाई की और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया था. इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. धर्मा पासवान और उसके एक अन्य सहयोगी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और अब ऐसी चर्चा है कि पुलिस ने इस मामले में रवि चौधरी को भी गिरफ्तार कर लिया है.

2022 में भी अपहरण के मामले में जा चुका है जेल

बताया जाता है कि रवि चौधरी ने ही धर्मा पासवान को इन दोनों व्यवसायियों के बारे में बताया था पटना के रेड वेलवेट होटल में इस अपहरण की पूरी साजिश रची गयी थी. गौरतलब है कि रवि चौधरी इससे पहले वर्ष 2022 में भी अपहरण के मामले में जेल जा चुका है तथा उसे जमुई से ही गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था. जेल से निकलने के बाद वह एक बार फिर से वह अपहर्ता का सक्रिय रूप से संचालन कर रहा था. रवि चौधरी ने ही दोनों व्यवसायियों काे टारगेट सेट किया था और फिर पटना में मीटिंग कर अपहरण की पूरी साजिश रची थी. किस तरीके से उन्हें बुलाना है और उन्हें अपहरण कर कहां रखना है, इन सब की भी जानकारी रवि चौधरी के द्वारा ही दी गयी थी. बहरहाल रवि चौधरी की गिरफ्तारी की इलाके में चर्चा है.

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