आज गुलजार होगा कुंडघाट व जन्मस्थान
नववर्ष के स्वागत को लेकर क्षेत्र के प्रमुख पिकनिक स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है.
ओमप्रकाश, सिकंदरा
नववर्ष के स्वागत को लेकर क्षेत्र के प्रमुख पिकनिक स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. नव वर्ष एवं मकर संक्रांति के मौके पर जमुई, नवादा, लखीसराय, शेखपुरा व आसपास के जिलों से काफी संख्या में लोग पिकनिक मनाने लछुआड़, कुंडघाट, जन्म स्थान व पाठकचक डैम की नयनाभिराम प्राकृतिक वादियों में पहुंचते हैं. नए साल में नई उमंगें के साथ लोग परिवार व दोस्तों के साथ इन पिकनिक स्थलों पर पहुंच कर आनंद उठाते हैं. वहीं कई लोग नववर्ष की शुरूआत मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ भी करते हैं. ऐसे में प्रखंड क्षेत्र के कुमार गांव स्थित मां नेतुला मंदिर व महादेव सिमरिया स्थित बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर में भी काफी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.क्षेत्र के प्रमुख पिकनिक स्थल
लछुआड़-
जिला मुख्यालय से लछुआड़ की दूरी 25 किलोमीटर है, वहीं सिकंदरा प्रखंड मुख्यालय से लछुआड़ 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. लछुआड़ का भव्य जैन मंदिर लोगों को हमेशा से अपनी ओर आकर्षित करता रहा है वहीं मंदिर परिसर स्थित पार्क लोगों के आकर्षण का केंद्र रहता है यूं तो सालों भर पर्यटक लछुआड़ आते रहते हैं, लेकिन नव वर्ष के मौके पर काफी संख्या में लोग लछुआड़ स्थित जैन मंदिर का दर्शन करने पहुंचते हैं.कुंडघाट-
कुंड घाट क्षेत्र का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पिकनिक स्पॉट माना जाता है. लछुआड़ से कुंड घाट की दूरी महज 4 किलोमीटर है. उचे ऊंचे शैल शिखरों एवं पहाड़ी वादियों से घिरे कुंडघाट का अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को अपनी और आकर्षित करने की असीम क्षमता रखती है. वहीं कुंडघाट में दो पहाड़ों के बीच बांध बनाकर डैम का निर्माण कर दिए जाने से इसकी सुंदरता में भी चार चांद लग गया है. कुंड घाट जिले का बेहद ही महत्वपूर्ण पिकनिक स्पॉट माना जाता है. नववर्ष के मौके पर कुंडघाट में हजारों की संख्या में लोग पिकनिक मनाने अपने दोस्तों एवं परिवार के साथ पहुंचते हैं.जन्म स्थान-
जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की जन्म भूमि के रूप में देश विदेश में विख्यात जन्म स्थान जिले का सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल व पिकनिक स्पॉट माना जाता है. ऊंचे ऊंचे पहाड़ों के बीच घने जंगलों से आच्छादित जन्म स्थान में नव वर्ष एवं मकर संक्रांति के अवसर पर लोगों की भारी भीड़ मरती है. इस अवसर पर जमुई, लखीसराय, नवादा, शेखपुरा एवं झारखंड के गिरिडीह जिला से काफी संख्या में लोग पिकनिक मनाने जन्म स्थान पहुंचते हैं. लछुआड़ से सड़क मार्ग के द्वारा 17 किलोमीटर की दूरी तय कर लोग जन्म स्थान पहुंचते हैं. पूर्व में सड़क की दयनीय हालत के कारण लोगों को पैदल ही कुंडघाट से जन्म स्थान की दूरी तय करना पड़ता था. परंतु अब लछुआड़ से जन्म स्थान तक पक्की सड़क का निर्माण हो जाने के बाद जन्म स्थान जाना बेहद ही आसान हो गया है. जन्मस्थान स्थित भव्य जैन मंदिर भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है.पाठकचक डैम-
चारो ओर पहाड़ियों से घिरे झील सी मनोरम सौंदर्य से ओतप्रोत पाठकचक डैम भी प्रखंड का प्रमुख पिकनिक स्थल माना जाता है. यहां की हरियाली और डैम से निकल कर कल कल बहता पानी डैम की सुंदरता में चार चांद लगा देता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है