बरहट. नेचर विलेज के तहत आत्मनिर्भर गांव बनाने की उद्देश्य से बुधवार को कटौना पंचायत के मुखिया कपिलदेव प्रसाद के अध्यक्षता में उनके आवास पर बैठक आयोजित की गयी. बैठक में पूर्व अंचलाधिकारी लक्ष्मीपुर सह नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह, नमामि गंगे के प्रतिनिधि नंदलाल कुमार साथ पंचायत के सभी मुखिया ने भाग लिया. बैठक में जनप्रतिनिधियों के साथ पूर्व अंचलाधिकारी ने नेचर विलेज के तहत आत्मनिर्भर गांव बनाने को लेकर चर्चा की. उन्होंने बताया कि अगर हम आत्मनिर्भर गांव चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले गांव के लोगों को उनकी जिम्मेवारियों के प्रति जागरूक करना होगा. सभी समुदाय के विकास में सबसे चुनौतीपूर्ण स्थिति किसी भी बदलाव को स्वीकार करना है. समाज को अक्सर इसके लिए जागरूक करने की ज़रूरत होती है और वे जागरूकता के अभाव में अविकसित रह जाते हैं. शिक्षा में सुधार के लिए बच्चों के माता -पिता को जागरुक करने की जरूरत है. अभिभावक अपने बच्चों को अगर प्रतिदिन स्कूल पहुंचने का काम शुरू कर दें, तो शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव तुरंत शुरू हो जाएगा. गांव का स्वामित्व ग्रामीण ख़ुद लें. गांव में मवेशी को खोलना बंद करें. गांव को हरा-हरा बनाने रखने के लिए इमारती पौधा लगवाएं. एक इमारती पौधे की कीमत दो लाख रुपये होती है. इससे लोगों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी. इस दौरान उन्होंने चल रहे नेचर विलेज मटिया और तड़वा, रोहतास के बारे में जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी. नेचर विलेज में आत्मनिर्भर महिलाओं के द्वारा बनाये जा रहे पेटीकोट, शुद्ध देसी मसालू तथा हर्बल गुलाल, सिनुवार का सूखा पत्ता के बारे में भी बताया गया. स्थानीय बाजारों में इसकी बिक्री को बढ़ावा देने सहयोग करने की बात कही .वहीं बैठक में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों को नेचर विलेज की ओर से शर्ट देकर सम्मानित किया गया.
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