अधिकतम तापमान 43डिग्री, महसूस हो रहा 50 डिग्री सेल्सियस
चुभती-जलती गर्मी से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त, स्कूली बच्चे भी हो रहे परेशान
जमुई. जून के प्रथम सप्ताह में भी गर्मी प्रचंड रूप दिखा रही है. दिन-प्रतिदिन तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. सोमवार को सुबह से ही सूर्य की तेज किरणों से लोग परेशान दिखे. जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया तापमान में भी इजाफा होता गया और लोग इस चुभती-जलती गर्मी से बचने का प्रयास करते दिखे. हालांकि इस गर्मी में पंखा-कूलर भी लोगों को राहत पहुंचाने में विफल हो रहा है. तापमान की बात करें तो सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान 43 और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, लेकिन लोग 50 डिग्री सेल्सियस महसूस कर रहे हैं. सुबह आठ बजे से ही शहर का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया लेकिन महसूस 42 डिग्री हो रहा था. दोपहर बारह बजे तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, लेकिन लोग 48 डिग्री महसूस कर रहे थे. तीन बजे अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया और लोग 51 डिग्री महसूस कर रहे थे. इस कारण सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले एक सप्ताह तक जिलेवासियों को गर्मी से निजात मिलती नहीं दिख रही है. बढ़ते तापमान व चिलचिलाती धूप के कारण सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है. तेज धूप और गर्मी में स्कूल से घर लौटने के दौरान बच्चे बीमार हो रहे हैं.
शहर में तेजी से गिर रहा है जलस्तर:
बढ़ते तापमान के कारण जिले में तालाब व नदियां सूख गयी हैं. इस कारण जलस्तर में तेजी से गिरावट आ रहा है. जलस्तर गिरने के कारण शहर की हृदयस्थली कहे जाने वाले महाराजगंज मुहल्ले के लगभग दर्जन भर से अधिक घरों में मोटर ने काम करना बंद कर दिया है. इससे शहरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मुहल्ले वासियों की मानें तो लगभग पांच फीट से अधिक जलस्तर गिर जाने के कारण मोटर काम नहीं कर रहा है. यदि इसी तरह तापमान बढ़ता रहा तो जलस्तर और नीचे जाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है.दोपहर में बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें, पड़ सकते हैं बीमार: सीएस.
जिले में सोमवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. गर्मी का एहसास 48 डिग्री सेल्सियस का हो रहा था. अगले दो-से-तीन दिनों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार जाने का अनुमान है. ऐसे में दोपहर में बेवजह घर से बाहर निकलना खतरनाक साबित हो सकता है. उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप ने कही. उन्होंने कहा कि यदि जरूरी हो तो सिर पर सूती कपड़ा रखकर ही घर से बाहर निकलें. खाली पेट बिल्कुल ही बाहर न निकलें. ठंडे चीजों का सेवन करें, इससे ताजगी बनी रहेगी और शरीर में पानी की कमी नहीं होगी. बीमार पड़ने की स्थिति में तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि तेज धूप की चपेट में आकर लोग बीमार पड़ रहे हैं. अधिकतम के साथ न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि हो रही है. इससे दिन के साथ रात में भी राहत महसूस नहीं हो रही है.मौसम जनित बीमारियों का बढ़ा प्रकोप
मौसम में बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. तापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण सदर अस्पताल सहित निजी क्लिनिकों में बड़ी संख्या में सर्दी-खांसी-बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं. दो-तीन दिनों में अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप ने बताया कि हीटवेव को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति लगातार सावधानी बरत रही है. सदर अस्पताल में आवश्यक जीवन रक्षक दवा उपलब्ध है. सिविल सर्जन ने बढ़ती गर्मी को देखते हुए लोगों को हीट स्ट्रोक से सुरक्षित रहने की अपील की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है