नदियों के जलस्तर की हो रही निगरानी
पूर्व मध्य रेलवे के महत्वपूर्ण रेल पुलों पर लगा वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम
झाझा. सुरक्षित व संरक्षित रेल परिचालन पूर्व मध्य रेल की प्राथमिकता है. इसे सुदृढ़ करने के लिए सतत सुधार व आधुनिक तकनीकी का समावेश किया जाता है. बरसात के इस मौसम में महत्वपूर्ण पुलों पर नदियों का जलस्तर की निगरानी के लिए दानापुर मंडल के गंगा, किउल, सोन, पुनपुन, कर्मनाशा, सकरी नदियों पर बने रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं. इस सिस्टम से जलस्तर की जानकारी आटोमेटेड एसएमएस के माध्यम से संबंधित अधिकारी को प्राप्त होती है. सीपीआरओ एस चंद्र ने बताया कि आधुनिक वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम के लग जाने से नदियों पर बने रेल पुलों पर वाटर लेवल की सूचना मिलना आसान हो गया है. इस सिस्टम में सोलर पैनल से जुड़ा एक सेंसर होता है. जिसमें एक चिप भी लगी होती है. यह सेंसर ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा होता है. प्रतिदिन नियमित अंतराल पर नदियों के जलस्तर की जानकारी संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से मिल जाती है. फलस्वरूप समय पर नदी के जल स्तर की सूचना मिलने से त्वरित कार्यवाही कर रेलपथ को संरक्षित करना आसान हो जाता है. माॅनसून के दौरान नदियों के जलस्तर की निगरानी हेतु पूर्व मध्य रेल के विभिन्न खण्डों पर स्थित कुल 57 महत्वपूर्ण रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं.उन्होंने बताया कि दानापुर मंडल के हाथीदह-राजेन्द्रपुल के मध्य गंगा नदी पर बने पुल संख्या7डीबी, जमुई और चौरा ब्लॉक के मध्य अजान नदी पर बने पुल संख्या745, किउल और लखीसराय के मध्य किउल नदी पर बने पुल संख्या136, मनकट्ठा और बड़हिया के मध्य पुल संख्या 152, पाटलिपुत्र-पहलेजा के मध्य गंगा नदी पर पुल संख्या07, बिहटा और कोईलवर के मध्य सोन नदी पर बने पुल संख्या200ए, चौसा-गहमर के मध्य कर्मनाशा नदी पर बने पुल संख्या 371, नवादा और बाघी बरडीहा के मध्य सकरी नदी पर बने पुल संख्या 146 तथा परसा बाजार और पुनपुन के मध्य पुनपुन नदी पर बने पुल संख्या 21 सहित कुल 09 रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं.
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