नेताजी ने संघर्ष की रणभूमि में पराक्रम को दिखाया

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चकाई नगर इकाई की ओर से गुरुवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती मनायी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 23, 2025 9:37 PM

चकाई. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चकाई नगर इकाई की ओर से गुरुवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती मनायी. जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता अभाविप के नगर अध्यक्ष शैलेंद्र झा ने की और कार्यक्रम का संचालन कृष्ण कुमार गुप्ता ने किया. कार्यक्रम का शुभारंभ नेताजी सुभाष चंद्र बोस की चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर किया गया. मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर अध्यक्ष श्री झा ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी सन् 1897 को ओड़िशा के कटक शहर में बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माँ का नाम प्रभावती था. वहीं कृष्ण कुमार गुप्ता ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं से अत्यधिक प्रभावित थे और वे उन्हें अपना आध्यात्मिक गुरु मानते थे. उन्होंने संघर्ष की रणभूमि में पराक्रम को दिखाया. चितरंजन दास उनके राजनीतिक गुरु थे. तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा, दिल्ली चलो और जय हिन्द जैसे नारों से सुभाष चंद्र बोस ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नयी जान फूंकी थी. उनके जोशीले नारे ने सारे भारत को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया था. मौके पर सौरभ कुमार पासवान, सचिन कुमार, रोहित कुमार, शीला मुर्मू, अंकुश कुमार, मन्नू कुमार यादव, संदीप किस्कू, अमित भारती, मुन्ना कुमार साह, प्रीति कुमारी, पूजा कुमारी, नेहा कुमारी, आशा कुमारी, निशा मरांडी, रिचा कुमारी, अंशु कुमारी, नीलम कुमारी, लालकिशोर, आशुतोष कुमार सिंह आदि मौजूद थे.

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