सोनो. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बटिया स्थित प्रसिद्ध बाबा झुमराज मंदिर में नई कमेटी का गठन किया गया. बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद पटना द्वारा कमेटी के पदेन अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी की अनुशंसा पर मंदिर के नए न्यास समिति का गठन किया गया. ग्यारह सदस्य वाले इस नए न्यास समिति में राकेश कुमार सिंह को सचिव, आशीष कुमार वर्णवाल को उपाध्यक्ष और लालू वर्णवाल को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है. अनुमंडल पदाधिकारी समिति के पदेन अध्यक्ष है. वहीं जानकी सिंह, प्रमोद कुमार वर्णवाल, भीम रजक, संतोष कुमार पासवान, तालेश्वर सिंह, सावित्री देवी और रविंद्र यादव इस समिति के सदस्य बने है. नई कमेटी गठन होने के बाद शुक्रवार को कमेटी के सचिव, कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष व अन्य सदस्यगण झुमराज मंदिर में पूजा अर्चना किया और मंदिर व परिसर के भौतिक स्थिति का अवलोकन किया. बताते चलें कि बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद पटना के द्वारा 23 सितंबर 2024 को नए न्यास समिति का गठन किया गया. इस संदर्भ में अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन ने पत्र निर्गत कर नए समिति में शामिल नामों को निर्दिष्ट करते हुए उनकी जिम्मेदारियों को भी अंकित किया है. लोगों को नए समिति से बड़ी उम्मीदें है.
पूर्व में 5 वर्षों के लिए बना था कमेटी जिसे दो वर्षों का मिला था विस्तार
सितंबर 2016 में अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा धार्मिक न्यास पर्षद को भेजे गए प्रस्ताव पर विचारोपरांत बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद पटना द्वारा 11 अप्रैल 2017 के अधिसूचना द्वारा 11 सदस्यों की न्यास समिति अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में 5 वर्षों के लिए बनाया गया था. बाद में इस कार्यकाल की पूर्णावधि के वक्त इसी समिति के कार्यकाल को दो वर्षों के लिए आगे बढ़ाया गया था. अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अक्तूबर 2023 में नए समिति गठन हेतु 10 व्यक्तियों के नामों का प्रस्ताव भेजा गया था जिस पर पर्षद द्वारा कुछ सुझाव देते हुए नए सिरे से प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा. नए प्रस्ताव के आलोक में 23 सितंबर 2023 को धार्मिक न्यास पर्षद पटना द्वारा झुमराज मंदिर में नए न्यास समिति का गठन कर दिया गया.मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को दी जाएगी बेहतर सुविधा, मंदिर की होगी वेबसाइट
मंदिर के नए न्यास समिति गठन के बाद पहली बार बाबा झुमराज मंदिर पहुंचे समिति के लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यहां आने श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराना पहला उद्देश्य होगा. सचिव राकेश सिंह ने कहा कि इस मंदिर की आस्था बिहार के अलावे झारखंड और बंगाल के लोगों से भी जुडा हुआ है. बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु पहुंचते है. मंदिर परिसर में उनकी सुविधा का बेहतर प्रबंधन हमारी जिम्मेदारी है. हमारा फोकस इस बात पर होगा कि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो. यहां सर्वाधिक समस्या पेय जल का है जिसके लिए हम अधिकतम गहराई तक बोरिंग करवाकर पानी की व्यवस्था करेंगे जिससे श्रद्धालुओं व दुकानदारों को शुद्ध पानी निःशुल्क उपलब्ध हो सके. वहीं कोषाध्यक्ष लालू वर्णवाल ने बताया कि मंदिर के आय व्यय में पारदर्शिता लाई जाएगी और मंदिर विकास के लिए समिति द्वारा तय कार्यों का त्वरित निष्पादन भी किया जायेगा. मंदिर परिसर में पहुंचने वाले महिला श्रद्धालुओं के लिए स्नानागार व कपड़ा चेंजिंग केबिन की व्यवस्था के अलावे महिला व पुरुष शौचालय का भी निर्माण प्राथमिकता में होगा. मंदिर परिसर की साफ सफाई और वातावरण को दूषित रहित बनाने की दिशा में काम किया जायेगा. कमेटी के उपाध्यक्ष आशीष कुमार बरनवाल ने बताया कि बाबा झुमराज मंदिर को और अधिक भव्यता देने की योजना बनाई जायेगी. झुमराज बाबा मंदिर के नाम से एक वेबसाइट खोली जायेगी. यहां से जुड़े कार्यों को ऑनलाइन करने का प्रयास होगा. पूजा के दिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु स्थानीय प्रशासन की मुस्तैदी रहेगी. सुविधाओं को लेकर हेल्पलाइन की व्यवस्था की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है