Bihar News: जमुई के सदर अस्पताल में एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब अस्पताल के शौचालय में एक नवजात बच्ची का शव टॉयलेट शीट में घुसे हुए पाया गया. शव का सिर जबरदस्ती टॉयलेट सीट के अंदर घुसा हुआ था, जिसे निकालने के लिए अस्पताल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. शव को निकालने के लिए उन्हें टॉयलेट शीट को उखाड़ना पड़ा.
अस्पताल में मची अफरा-तफरी
अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने स्थित शौचालय से बुधवार को नवजात के शव को निकाला गया. नवजात के शरीर को इस तरह से टॉयलेट सीट में घुसाया गया था कि उसे निकालने के लिए सीट को तोड़कर बच्चे के शरीर को दो हिस्सों में काटकर बाहर निकाला गया. हैरान करने वाली बात यह है कि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह बच्चा किसका था, वह कहां से लाया गया और इस वीभत्स घटना को अंजाम किसने दिया.
अस्पताल प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
अस्पताल प्रबंधक रमेश पांडेय सिविल सर्जन डॉ. अमृत किशोर, और डिप्टी सुपरीटेंडेंट नौशाद अहमद इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं. अस्पताल के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, पिछले दो दिनों में सदर अस्पताल में किसी नवजात की मौत नहीं हुई है, जिससे यह सवाल उठता है कि बच्चा अस्पताल में किस तरह आया और इसे इस स्थिति में क्यों डाला गया. इस घटना से अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
अस्पताल की व्यवस्था पर गंभीर सवाल
अस्पताल के बारे में यह भी चर्चा हो रही है कि इस तरह की बड़ी घटना से न केवल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था, बल्कि अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठते हैं. कई लोगों का कहना है कि अस्पताल में इस तरह की घटनाएं घटित हो सकती हैं और प्रशासन को इसकी कानों कान खबर भी नहीं हो पाती.
DM की कार्रवाई की चेतावनी
जमुई के DM अभिलाषा शर्मा ने मामले की मीडिया से जानकारी मिलने के बाद कहा कि पूरी घटना की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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पिछली घटनाओं की याद दिलाती है यह घटना
कुछ दिन पहले, खैरा अस्पताल में भी एक नवजात का शव डस्टबिन में मिला था, जिससे भी अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे. जमुई सदर अस्पताल अक्सर अपनी समस्याओं के कारण सुर्खियों में रहता है, जैसे एंबुलेंस की कमी, दवाइयों के बदले स्ट्रेचर पर कोल्ड ड्रिंक की बोतल का इस्तेमाल, और अब इस घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं.