ममता हुई शर्मशार, नवजात को लगमा नहर के समीप फेंका
मां की ममता का कोई मोल नहीं होता, लेकिन सोमवार को जमुई में ममता शर्मशार होती तब दिखी जब लगमा नहर के पास एक नवजात को लावारिस हालत में ठंड में रोते-बिलखते लोगों ने देखा.
जमुई. मां की ममता का कोई मोल नहीं होता, लेकिन सोमवार को जमुई में ममता शर्मशार होती तब दिखी जब लगमा नहर के पास एक नवजात को लावारिस हालत में ठंड में रोते-बिलखते लोगों ने देखा. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना 112 नंबर की पुलिस को दी. मौके स्थल पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय आशा मीरा देवी की सहायता से नवजात को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. जहां नवजात की स्थिति गंभीर बनी हुई है. 112 नंबर पुलिस टीम के एसआई कमलेश कुमार ने बताया कि लगमा नहर के समीप एक नवजात के फेंके जाने की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही उक्त स्थान पर पहुंच स्थानीय आशा की मदद से नवजात को एसएनसीयू में भर्ती करवाया गया है. इस संबंध में एसएनसीयू के चिकित्सक डॉ अमित रंजन ने बताया कि ठंड के मौसम में बच्चे को खुले में रहने के कारण अभी कुछ भी बता पाना संभव नहीं है. बच्चे का इलाज किया जा रहा है फिलहाल नवजात की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
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