एनएचएम व सीएचओ ने किया कैंडल मार्च, नारेबाजी
25 दिनों से अपने मांगों के समर्थन में हड़ताल पर हैं स्वास्थ्य कर्मी
जमुई. अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल कर रहे एनएचएम कर्मी तथा सीएचओ ने हड़ताल के 25वें दिन गुरुवार को कैंडल मार्च किया. इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन व हो-हंगामा किया. गौरतलब है कि अलग-अलग मांगों के समर्थन में एनएचएम कर्मी तथा सीएचओ हड़ताल पर हैं. इसे लेकर उनके द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी कड़ी में उन्होंने गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर से कचहरी चौक तक कैंडल मार्च किया. मौके पर सीएचओ आदित्य कुमार छत्रपति ने बताया कि सीएचओ को एफआरएएस के द्वारा उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिये गये हैं, पर इसको फलित करने में सीएचओ को विसंगतियों का सामना करना पड़ रहा है. ठस्के निवारण तक हम लोग सभी एफआरएएस में उपस्थिति बनाने में असमर्थ हैं. मौके पर सभी सीएचओ ने मासिक वेतन का ससमय भुगतान, एफआरएएस उपस्थिति की व्यवस्था सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए लागू करने, सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मूलभूत सुविधाएं जैसे की शौचालय पीने का पानी, बिना रुकावट के बिजली, डिजिटल कार्य करने के लिए मोबाइल वाई-फाई नेटवर्क आदि का प्रबंध करने की मांग की. इस दौरान भाकपा माले नेता बाबू साहब सिंह ने कहा कि जबतक सरकार स्वास्थ्य विभाग में एक ही पद पर कार्य करने वाली लोगों से दो प्रकार का नियम बना कर उपस्थिति लेने की प्रक्रिया को बंद नहीं करेगा और समान काम के लिए समान वेतन की गारंटी नहीं देगा. सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मूलभूत सुविधा की गारंटी नहीं मिलेगी, पांच महीनों से बंद वेतन चालू नहीं होगा, हम आंदोलन को जारी रखेंगे. इस दौरान हितेराम मीना, हुकुम सिंह, रितेश कुमार, मुकेश बंजारा, आदित्य छत्रपति, सुनील कुमार, स्मृति कुमारी, रूबी कुमारी, शिल्पा, पूनम कुमारी, मनीष शर्मा, जितेंद्र, जुगराज, महावीर यादव, राज लक्ष्मी, लबली, अमृता कुमारी सहित अन्य लोग शामिल थे.
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