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Bihar: जमुई की आंगनबाड़ी सेविका ने सीएम नीतीश कुमार से की CDPO की शिकायत, मनमानी मामले की होगी जांच

Bihar: सीडीपीओ की मनमर्जी से परेशान नव चयनित सेविका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार पहुंची. सीएम के पास शिकायत की गयी कि सीडीपीओ जमुई सदर के द्वारा अभी तक केंद्र संचालन का आदेश नहीं दिया गया.

बिहार सरकार राज्य में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए लगातार प्रयासरत दिखती है. लेकिन जमीनी स्तर पर पदाधिकारियों के मनमानी व लापरवाही के कारण आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

सीडीपीओ की मनमर्जी से परेशान

ताजा मामला जमुई सदर के बाल विकास परियोजना का है जहां सीडीपीओ की मनमर्जी से परेशान नव चयनित सेविका को मुख्यमंत्री जनता दरबार पहुंचकर जमुई सीडीपीओ की शिकायत करनी पड़ी. इस बार शिकायतकर्ता कोई आम जनता नहीं बल्कि नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 8 सिरचंद नवादा की नवचयनित सेविका वंदना कुमारी है.

मुख्यमंत्री से की शिकायत

वंदना कुमारी ने मुख्यमंत्री को दिये शिकायत पत्र में बताया कि मेरा चयन सेविका के पद पर सिरचंद नवादा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 100 पर बीते 22 जनवरी 2021 को किया गया. चयन के लगभग डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी सम्बन्धित केंद्र का प्रभार नहीं मिल सका है.

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शिकायत पत्र में सेविका ने कहा

अपनी शिकायत पत्र में सेविका ने यह भी कहा है कि चयन के सभी मानदंडों पर खरी उतरने के बाद मेरा चयन उक्त पद पर विधिवत हुआ है. फिर भी सीडीपीओ जमुई सदर के द्वारा अभी तक केंद्र संचालन का आदेश नहीं दिया गया है और विभागीय निर्देशों का उल्लंघन कर निकटवर्ती केंद्र की सेविका सुषमा कुमारी को प्रभार देकर काम करवाया जा रहा है.

मुख्यमंत्री कार्यालय से एसडीओ को भेजा गया पत्र

नवचयनित सेविका की शिकायत पर मुख्यमंत्री जनता दरबार कार्यालय से मामले के निष्पादन को लेकर पत्र भेजा गया है और जल्द ही मामले की जांच प्रतिवेदन की मांग की गई है. मुख्यमंत्री जनता दरबार कार्यालय से आये पत्र के आलोक में एसडीओ अभय कुमार तिवारी द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी जमुई सदर को मामले की जांच प्रतिवेदन जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

दोहरे प्रभार में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी

जानकारी के अनुसार जमुई सदर में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का कार्य लंबे समय से दोहरे प्रभार में चल रहा है. एक ही पदाधिकारी को झाझा और जमुई सदर का कार्यभार संभालना पड़ रहा है. कार्यालय में लिपिक व डाटा इंट्री ऑपरेटर के पद पर भी पूर्णकालिक कर्मी की पदस्थापना नहीं किया गया है.

कहती हैं सीडीपीओ

सीएम जनता दरबार में पहुंची इस शिकायत के बाबत जमुई सदर के प्रभार में रही सीडीपीओ रेणु कुमारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह मामला मेरे प्रभार में आने से पहले का है. केंद्र संख्या 100 पर बाहुल्य वर्ग को लेकर मामला विचाराधीन रखा गया था. उन्होंने बताया कि मेरे पहल पर मामले की जांच को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा तीन सदस्यीय टीम का गठन जून 2022 में किया गया था, लेकिन टीम में शामिल सभी लोगों का स्थानांतरण होने के कारण मामला अटक गया है. जल्द ही नव चयनित सेविका को कार्यभार सौंप दिया जायेगा.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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