झाझा-हावड़ा के बीच अब 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी ट्रेन
फीयेट की सुविधा के साथ फिलहाल नौ जोड़ी ट्रेन चलेगी 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से
झाझा. आसनसोल मंडल अंतर्गत झाझा-हावड़ा के बीच 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलेगी. सभी रेलगाड़ी में एलएचबी कोच के साथ फीयेट की सुविधा भी होगी. आसनसोल मंडल सूचना जन संचार पदाधिकारी डी दत्त ने बताया कि कई ट्रेनों की अधिकतम गति 110 से बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रति घंटे की जा रही है. इससे लंबी दूरी की ट्रेनों की औसत गति बढ़ेगी और यात्रा का समय कम होगा. यह बढ़ी हुई गति बहुत जल्द ही प्रभावी हो जायेगी. उन्होंने बताया कि रेलवे अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर लगातार प्रयासरत है और एलएचबी कोच को शामिल करना उस प्रयास का महत्वपूर्ण हिस्सा है. फीयेट कोच रैक को अधिक गति से चलाने में सक्षम बनाते हैं और यात्रा को आसान बनाते हैं. अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित एलएचबी कोच ऐसी यात्रा का वादा करते हैं जो न केवल अधिक आरामदायक है बल्कि सुरक्षित भी है साथ ही यात्रा की गुणवत्ता को बढ़ाता है और रखरखाव लागत को कम करता है. इसके साथ ही बताया कि रेलवे के द्वारा हाल ही में किये गये उन्नयन में एलएचबी कोच शामिल है. इससे यात्रियों को बेहतर बैठने की जगह, बेहतर वेंटिलेशन व अधिक स्थिर यात्रा मिलती है. तत्काल अप-डाउन आसनसोल-सीएसएमटी साप्ताहिक एक्सप्रेस, अप-डाउन टाटानगर-जसीडीह सुपर फास्ट एक्सप्रेस, अप-डाउन दुर्ग-आरा एक्सप्रेस, अप-डाउन संबलपुर-पटना सुपर फास्ट एक्सप्रेस, अप-डाउन पुरी-जयनगर साप्ताहिक एक्सप्रेस, अप-डाउन पुरी-पटना बैद्यनाथधाम एक्सप्रेस, अप-डाउन कोलकाता-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस, अप-डाउन कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस, अप-डाउन कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेनों में यह सुविधा रहेगी.
फिएट बोगियों के साथ बढ़ी हुई सुरक्षा सुविधा उपलब्ध:
130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन एलएचबी कोच और फिएट बोगियों के साथ चलेंगी. इससे यात्रा तेज होगी. समय, बेहतर आराम और बढ़ी हुई सुरक्षा सुविधाएं उपलब्ध रहेग. भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी सेवाओं में लगातार सुधार करने के लिए समर्पित है और यह अपग्रेड उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है