दुर्गापूजा को लेकर आकार ले रहा पंडाल, चमकने लगा मंदिर
प्रखंड के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध गोला दुर्गा मंदिर में दुर्गा पूजा को लेकर तैयारी जोरों पर है. पूजा कमेटी के सदस्यों द्वारा मंदिर का रंग रोगन का काम पूरा कर लिया गया है.
चकाई. प्रखंड के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध गोला दुर्गा मंदिर में दुर्गा पूजा को लेकर तैयारी जोरों पर है. पूजा कमेटी के सदस्यों द्वारा मंदिर का रंग रोगन का काम पूरा कर लिया गया है. मां दुर्गा के साथ अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का निर्माण भी लगभग पूरा कर लिया गया है. पंडाल निर्माण तथा लाइटिंग, साउंड आदि का कार्य जारी है. पूजा समिति के संयोजक लक्ष्मीकांत पांडे ने बताया कि दो दिन बाद पूजा की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए पूजा कमेटी के सदस्यों सहित स्थानीय लोगों की आवश्यक बैठक मंदिर प्रांगण में होगी. बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये जायेंगे, जैसे बकरा बलि के लिए तय शुल्क, मुंडन शुल्क, तहबजारी शुल्क आदि तय किया जायेगा. मालूम हो कि दुर्गा पूजा के मौके पर गोला दुर्गा मंदिर के प्रांगण में भव्य मेला का आयोजन होता है तथा यह मेला महाअष्टमी, नवमी एवं विजयादशमी तक चलता है. इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मन्नत पूरी होने की खुशी में महाअष्टमी एवं नवमी को मां दुर्गा के निमित्त हजारों बकरे की बलि प्रदान करते हैं. वैसे तो प्रखंड में दर्जनों स्थान पर मां दुर्गा की पूजा अर्चना एवं मेला का आयोजन होता है, लेकिन गोला दुर्गा मंदिर की महिमा अपार है. जो भी भक्त माता के दरबार में अपनी अर्जी लेकर आता है उसकी मनोकामना माता अवश्य पूरी करती हैं. मौके पर बिहार है नहीं, झारखंड, बंगाल आदि राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन एवं पूजा अर्चना करने के लिए यहां आते हैं.
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