फर्श पर बैठ चिकित्सक का इंतजार करते हैं रोगी
सदर अस्पताल में मरीज व परिजनों के बैठने के लिए नहीं है कुर्सी
जमुई. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल में इलाज के लिए आये मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर लाख प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण मरीजों के साथ उनके परिजनों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सदर अस्पताल में मरीज और उनके परिजनों के सबसे अधिक परेशानी बैठने की कोई व्यवस्था फिलवक्त उपलब्ध नहीं रहने से हो रही है, जबकि इससे पूर्व सदर अस्पताल में मरीज और उनके परिजनों के बैठने के लिए कुर्सी की व्यवस्था की गयी थी, लेकिन तीन सप्ताह से सदर अस्पताल में मरीज और उनके परिजनों के बैठने के लिए कुर्सी तक उपलब्ध नहीं है.
पहले थी कुर्सी, अब नहीं है सुविधा:
सदर अस्पताल में इलाज कराने आयी शहर के भछियार मुहल्ला निवासी डोली खातून, आरजू खातून, दिनेश रावत, मनियड्डा के दीपक कुमार, रमेश लाल, लाली कुमारी, अमरथ की जीनत खातून, मो सेराज, महेश कुमार, राजू चौरसिया समेत अन्य लोग बताते हैं कि पहले सदर अस्पताल के पुरुष ओपीडी के समीप मरीजों और उनके परिजनों के बैठने के लिए कुर्सी लगी रहती थी, लेकिन लगभग तीन से चार सप्ताह से उक्त स्थानों पर कुर्सी नहीं लगी रहने के कारण मरीजों व उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कुर्सी नहीं होने के कारण मरीज एवं उनके परिजन सदर अस्पताल के फर्श में बैठने को मजबूर हैं. बताया कि सदर अस्पताल के ओपीडी में काफी लंबी लाइन होती है. मरीज के परिजन लाइन में लगे रहते हैं, पर मरीज को बैठने के लिए कोई स्थान नहीं मिल पाता है. इस कारण मरीज सदर अस्पताल की फर्श पर बैठते हैं. यही हाल सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष के समीप का भी है. अगर मरीज या फिर उनके परिजनों को इंतजार करना पड़ता है तो उनके बैठने के लिए इमरजेंसी कक्ष के निकट भी कुर्सी नहीं होने के कारण लोग जहां-तहां बैठने को मजबूर रहते हैं. ऐसी ही स्थिति सदर अस्पताल में अन्य स्थानों पर भी देखने को मिलती है, जहां मरीज और उनके परिजनों के लिए कुर्सी की सुविधा नहीं के बराबर है.कहते हैं प्रबंधक:
सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश पांडेय ने बताया कि सदर अस्पताल की अधिकांश कुर्सी कई स्थानों से टूट-फूट गयी थी. इस कारण उक्त सभी कुर्सी को मरम्मत के लिए दिया गया है. मरम्मत के उपरांत सदर अस्पताल में कुर्सी लगा दी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है