बाल विवाह रोकथाम के लिए लोगों को किया गया जागरूक
प्रखंड मुख्यालय से चालीस किलोमीटर दूर बोंगी गांव में बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की ओर से बाल विवाह रोकथाम को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया.
चकाई. प्रखंड मुख्यालय से चालीस किलोमीटर दूर बोंगी गांव में बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की ओर से बाल विवाह रोकथाम को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रतिनिधि सह एलएडीसी पवन कुमार राय, मुखिया सुखदेव मुर्मू, पूर्व मुखिया कृष्णा मंडल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.शिविर में बड़ी संख्या में महिला व किशोरियों ने भाग लिया. इस दौरान प्राधिकार के प्रतिनिधि पवन कुमार राय ने बाल विवाह रोकथाम को लेकर बने कानून के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बाल विवाह को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कानून बनाए गए हैं. इसके लिए चाइल्ड लाइन,पुलिस,महिला हेल्पलाइन, कई संगठन,बाल अधिकार कार्यकर्ता काम कर रहे है. बाल विवाह करने पर लोगों को सजा एवं उचित कानूनी दंड भी दिया जाता है. उन्होंने लोगों से बाल विवाह होने पर पुलिस को सूचना देने की अपील की. उन्होंने कहा कि आज भी 100 में से 23 लड़कियों का बाल विवाह हो रहा है जो चिंता का विषय है.जिन लड़कियों का बाल विवाह हो जाता है वह कभी भी स्वस्थ और सुखी नहीं रह सकती है. कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सहायक परियोजना पदाधिकारी भरत पाठक ने बताया कि बोगी गांव को बाल मित्र ग्राम के रूप में चयन किया गया है.यहां लोगों को जागरूक किया जा रहा है.बाल विवाह के मुद्दे पर लोगों को विशेष जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक अभिशाप है जिसे दूर करने से ही इलाके में खुशहाली आएगी. उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में लोग अपने बच्चों का बाल विवाह कर देते हैं जो कहीं से भी उचित नहीं है. कार्यक्रम को बाल अधिकार कार्यकर्ता पिंटू कुमार,रोहित सिंह,राजेश सिंह, कामेश मंडल ,भैयालाल मरांडी, शोभन पंडित ने भी संबोधित किया. मौके पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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