स्वास्थ्य केंद्र सिमुलतला में चिकित्सक नहीं मिलने से लोगों ने किया हंगामा
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सिमुलतला में मंगलवार को चिकित्सक नहीं रहने से लोगों ने हंगामा किया.
सिमुलतला. अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सिमुलतला में मंगलवार को चिकित्सक नहीं रहने से लोगों ने हंगामा किया. जानकारी के अनुसार सिमुलतला स्वास्थ्य केंद्र एक आयुष चिकित्सक के भरोसे ही संचालित किया जा रहा है. यहां इमरजेंसी सेवा के नाम पर कोई भी व्यवस्था नहीं है. इस अस्पताल में एक भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं हैं और ना ही एंबुलेंस की सुविधा है. आश्चर्य की बात है कि सिमुलतला अस्पताल ट्रेन टाइम से खुलती और बंद होती है. सुबह 10:00 बजे से 2:00 बजे तक ही अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी रहते हैं. आक्रोशित लोगों ने कहा कि सिमुलतला अस्पताल में अगर मंगलवार को चिकित्सक रहते तो शायद तीन-चार बच्ची की जान बच जाती. जानकारी के अनुसार सिमुलतला थाना के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित बांका जिला के आनंदपुर ओपी क्षेत्र के बेहरार गांव की चार बच्ची पानी में डूब गयी थी. बच्ची के परिजन सभी बच्ची को पानी से निकालकर आनन- फानन में सिमुलतला अस्पताल पहुंचे थे लेकिन चिकित्सक के नहीं रहने से सभी को बाइक से झाझा रेफरल अस्पताल ले गये और इस दौरान रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दी. लोगों का कहना था जमुई और बांका जिले के करीब 20 किलोमीटर के परिधि में एकमात्र यही अस्पताल है. यह कोई पहली घटना नहीं है इसके पूर्व भी कई घटना घटित हुई है, चिकित्सक के नहीं रहने के कारण कई लोगों ने असमय ही दम तोड़ दिया.
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