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जमुई विधान सभा : नक्सलियों के बुलेट पर जनता का बैलेट पड़ा भारी

इवीएम में हुआ कैद हुआ सात प्रत्याशियों का भाग्य

जमुई. जिस तरह से लोकतंत्र में आस्था रखते हुए जिले के मतदाताओं ने 17वें लोकसभा चुनाव में अपनी सहभागिता दिखायी है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि नक्सलियों के बुलेट पर जनता का बैलेट भारी पड़ गया. 40 जमुई सुरक्षित लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सीआरपीएफ और एसएसबी सहित जिला पुलिस को मुस्तैद किया गया था. मतदान के दौरान उपद्रवी तत्वों विशेष नजर रखने के लिए माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किये गये थे. यही नहीं जिला प्रशासन ने अत्याधुनिक तकनीक तथा डिजिटल कैमरा, वीडियोग्राफी आदि के मदद से चुनाव पर नजर रख रहे थे. यू तो राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद, आरक्षण, महंगाई, भ्रष्टाचार, पारदर्शी शासन मुख्य मुद्दा था. लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों के निजात मुख्य मुद्दा था. यह भी लोकतंत्र के प्रति मतदाताओं की झुकाव को बढ़ाने में मददगार साबित हुआ. उससे भी अहम बात यह कि आम मतदाताओं बिना किसी भय के बूथों पर पहुंच कर अपने-अपने मत का प्रयोग किया. अगर जिले की छिटपुट घटनाओं को छोड़ दिया जाये, तो यहा कहा जा सकता है कि चुनाव पूर्णतः शांतिपूर्ण रहा.

इवीएम में हुआ कैद हुआ सात प्रत्याशियों का भाग्य

जमुई सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से भाग्य आजमा रहे सात प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला इवीएम में कैद हो गया. इसमें दलीय और निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं. इसमें मुख्य मुकाबला एनडीए के लोजपा (आर) प्रत्याशी निवर्तमान सांसद चिराग कुमार पासवान के जीजा अरुण कुमार भारती तथा महागठबंधन के राजद प्रत्याशी अर्चना रविदास के बीच माना जा रहा है. जमुई लोकसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित जमुई जिले के चार विधानसभा क्षेत्र जमुई, सिकंदरा, झाझा तथा चकाई के अलावे मुंगेर जिले के तारापुर विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 बजे से अपराह्न 4 बजे तक वोट डाले गये. जबकि लोकसभा क्षेत्र में पड़नेवाले शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 बजे संध्या 6 बजे तक वोट डाले गये. दोपहर 3 बजे तक जमुई लोकसभा क्षेत्र में कुल मिलाकर 44 फीसदी तक मतदान हो चुका था. कई मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थीं और सुरक्षाबल के साथ-साथ मतदान कर्मी शांतिपूर्ण मतदान के लिए जुटे हुए थे. बताते चलें कि जमुई सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र में एनडीए गठबंधन से लोजपा (आर) प्रत्याशी अरुण कुमार भारती, इंडिया गठबंधन के राजद प्रत्याशी अर्चना रविदास, लोकतांत्रिक सामाजिक न्याय पार्टी से डॉ जगदीश प्रसाद, निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष पासवान, बसपा से सकलदेव रविदास, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी से श्रवण कुमार, सोशलिस्ट यूनिटी/कम्यूनिस्ट ऑफ इंडिया के संतोष कुमार दास चुनावी मैदान में डटे थे.

टोली बनाकर घर से निकले, नये मतदाताओं में दिखा उत्साह

जमुई. तेज धूप व उमस भरी गर्मी के बावजूद जमुई लोकसभा में वोटरों का उत्साह कम नहीं था. खुशनुमा माहौल में लोग मतदान केंद्र की ओर जा रहे थे. सुबह 7:00 बजे से ही अधिकांश बूथों पर महिलाएं एवं बुजुर्गों की कतार लग गयी थी. जबकि युवाओं की टोली इन्हें बूथों पर पहुंचने में लगे थे. दोपहर में कुछ बूथों को छोड़ अधिकांश बूथों पर भीड़ कम गयी थी. हालांकि पंडाल व छांव की व्यवस्था वाले बूथों पर महिलाओं की संख्या भी ज्यादा थी. दिव्यांग मतदाता भी बूथ पर पहुंचकर खुशी का इजहार कर रहे थे. खासकर पहली बार मतदान करने वाले युवा एवं युवती काफी खुश दिख रहे थे. आदर्श मतदान केंद्र 99 उच्च विद्यालय जमुई में अपना पहला मतदान देने पहुंची पल्लवी कुमारी, दीपक कुमार, निधि सिन्हा, अभिनंदन कुमार में काफी उत्साह देखा गया. सभी युवाओं ने एक स्वर में कहा कि शिक्षा, रोजगार और देश के विकास के नाम पर मतदान किया हूं. मतदान के बाद बूथ के बाहर आकर सेल्फी ले रहे थे, तो कोई सोशल साइट पर भी सेल्फी डाल रहे थे.

आदर्श मतदान केंद्र पर दिखी दुरुस्त व्यवस्था

जमुई. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी राकेश कुमार द्वारा शहर के कचहरी चौक के समीप स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय के तीन मतदान केंद्र को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया था. इस मतदान केंद्र को बैलून से आकर्षक ढंग से सजाया गया था. साथ ही मतदाताओं को बैठने और पीने का पानी सहित अन्य व्यवस्था की गयी थी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देशानुसार आदर्श मतदान केंद्र संख्या 97, 98 तथा 99 पर मतदान करने वाले मतदाताओं को मतदान के बाद मतदान कर्मियों द्वारा गुलाब का फुल देकर सम्मानित भी किया गया. साथ ही मतदाता सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया था. जहां मतदाता मतदान के बाद सेल्फी लेते देखे गये.

मतदान केंद्र पर प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मी खाना-पानी के लिए रहे परेशान

जमुई. लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण का मतदान शुक्रवार को जिले के 1319 मतदान केंद्र पर शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया. मतदान केंद्र पर प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मियों को भोजन और पानी के लिये काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. अमरथ मतदान केंद्र संख्या 41 पर सुरक्षा व्यवस्था में प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि खाना का प्रबंध खुद करना पड़ रहा है. सुरक्षा कर्मियों द्वारा बताया गया कि पूर्व के चुनाव में सूखा राशन दिया जाता था. लेकिन इस बार नहीं दिया गया है. हालांकि अगहरा-बरुअट्टा गांव के मतदान केंद्र पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को स्थानीय जीविका दीदियों द्वारा खाना की व्यवस्था की गयी थी. साथ ही कुछ केंद्र पर लाइट की भी व्यवस्था उपलब्ध नहीं रहने के कारण मतदान कर्मी और सुरक्षा कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

बंद रहीं दुकानें, सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा

जमुई. लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुक्रवार को कराया गया. मतदान के दौरान जिला मुख्यालय सहित अन्य प्रखंड के बाजार में सन्नाटा पसरा रहा. शहर महाराजगंज, महिसौड़ी, पुरानी बाजार, सब्जी मंडी, थाना चौक, कचहरी चौक, बोधबन तालाब सहित अन्य सड़कें वीरान दिखीं. सभी दुकानें बंद रही लोग अपने घरों से चुनाव का हाल जानने के लिए संचार साधनों का उपयोग कर पल-पल की जानकारी ले रहे थे. जिनके पास साधन नहीं था वे दूसरी जगहों से लौट रहे लोगों से चुनाव की जानकारी ले रहे थे. मतदान के बाद लोगों ने परिवार के साथ वक्त गुजारा.

खराब ईवीएम के चलते आधे घंटे बाधित रहा मतदान

जमुई. मतदान केंद्र संख्या 116 आदर्श उत्क्रमित मध्य विद्यालय शाहपुर पर लगभग आधा घंटा ईवीएम खराब रहने के कारण मतदान बाधित रहा. हालांकि पदाधिकारी द्वारा ईवीएम मशीन को ठीक किया गया और मतदान चालू कराया गया. जबकि सिंगारपुर मतदान केंद्र संख्या 246 पर मतदान शुरू होने के लगभग एक घंटा बाद इवीएम खराब हो गया. इस कारण लगभग 40 मिनट तक मतदान कार्य बाधित रहा.

बड़ी संख्या में महिला व बुजुर्ग मतदाताओं ने किया वोट

जमुई. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जमुई लोकसभा क्षेत्र के में मतदाताओं में भारी उत्साह देखा गया. लोगों ने कहा कि हम विकास के मुद्दे पर वोट कर रहे हैं. मेरे मतदान से देश के निर्माण में भागीदारी हो पायेगी, इस कारण भी हम वोट कर रहे हैं. जमुई विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों पर पर सुबह से मतदान शुरू हुआ, लेकिन शहरी क्षेत्रों में मतदाताओं में अहले सुबह रुझान देखने को नहीं मिला. सुबह के 7:बजे जब मतदान शुरू हुआ तब शहरी मतदान केंद्र बिल्कुल खाली नजर आ रहे थे. सुबह 7:00 बजे मतदान शुरू होने के एक घंटे बाद भी जिला मुख्यालय के प्लस टू हाई स्कूल स्थित तीन में से एक मतदान केंद्र पर मात्र 19 लोगों ने मतदान किया था. सुबह 8 बजे कन्या मध्य विद्यालय जमुई स्थित मतदान केंद्र पर महिलाएं अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रही थी तथा एक घंटे बाद तक यहां करीब दस प्रतिशत मतदान संपन्न हो चुका था. सुबह 8:40 बजे नीमारंग मध्य विद्यालय स्थित मतदान केंद्र पर सुबह ही लोगों की अच्छी भीड़ जमा हो गई थी. यहां तीन मतदान केंद्र बनाए गए थे और तीनों पर ही बड़ी संख्या में मतदाता वोट डालने के लिए लाइन में लगे हुए थे. इस मतदान केंद्र पर मुस्लिम महिलाओं की भीड़ दिखी. सुबह 8:55 बजे इंदपै स्थित मतदान केंद्र पर 16.5 प्रतिशत के करीब मतदाताओं ने वोट डाल लिए थे. सुबह 9:25 बजे सिंगारपुर मतदान केंद्र पर कुछ वोटर दिखे. यहां दो मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिसमें से एक पर ईवीएम खराब होने के कारण 40 मिनट तक मतदान बाधित रहा, जबकि दूसरे मतदान केंद्र पर महज चार लोग वोट डालने खड़े थे. सुबह 10:20 बजे प्राथमिक मध्य विद्यालय नवडीहा में 112 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. लेकिन यहां भी वोटरों में उत्साह देखने को नहीं मिला, यहां भी सुबह सुबह थोड़े बहुत मतदाताओं में उत्साह दिखा, लेकिन दो घंटे बाद यहां वोटरों ने वो उत्साह नहीं दिखाया. सुबह 10:56 बजे उत्क्रमित विद्यालय केंडीह स्थित मतदान केंद्र पर लोगों की अच्छी खासी भीड़ नजर आई. लोग यहां धूप से बचने के लिए अपनी पंक्ति छोड़ कर बैठे नजर आये. सुबह 11:40 बजे मांगोबंदर मतदान केंद्र में भी इक्का दुक्का ही मतदाता दिखे.

धूप में महिलाओं ने लिया आंचल का सहारा

जमुई. लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों को भारी गर्मी का सामना करना पड़ा. 8:00 बजते ही आसमान पर सूरज तप कर चढ़ गया और गर्मी काफी बढ़ गयी. इस दौरान कई मतदान केंद्रों पर जब धूप आई तो महिला मतदाताओं ने आंचल का सहारा लिया. वहीं मतदान के दौरान कई मतदाता छाता लेकर भी पहुंचे थे. दरअसल वोट डालने पहुंची महिलाओं को जब अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा तो महिला मतदाताओं की लंबी कतारें लग गयी. जगह-जगह पर बड़ी संख्या में महिला मतदाताओं की तस्वीरें भी सामने आई है. ऐसे में जब धूप आई तो उससे बचने का कोई सहारा ना देख कर महिला मतदाताओं ने आंचल का ही सहारा ले लिया. आपने सिर पर आंचल ओढ़कर वह कतार में डटी रहीं. जमकर वोटिंग की. इस दौरान कई लोग जगह-जगह पर छाता का सहारा लेते भी दिखे, तो कुछ लोग पेड़ के नीचे भी बैठकर सुस्ताते नजर आये.

गांव में सुबह-सुबह मतदाताओं में दिखी गर्मजोशी

जमुई. मतदान के दौरान भले ही शहरी क्षेत्र में मतदाताओं में वोट देने को लेकर उत्साह नजर नहीं आ रहा था, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह से ही मतदाताओं में काफी गर्मजोशी देखने को मिली. चकाई विधानसभा क्षेत्र तथा झाझा विधानसभा क्षेत्र के कई मतदान केंद्र पर वोट डालने को लेकर मतदाता काफी जोश में नजर आये. अहले सुबह से ही लोग वहां पहुंचने लगे थे. सुबह के 2 घंटे में ही कई जगहों पर मतदान का प्रतिशत 30 से भी अधिक हो गया था. इस दौरान सुरक्षाबलों को काफी मशक्कत भी करनी पड़ रही थी.

बजती रही घंटियां, दौड़ते रहे वाहन

जमुई. लोकसभा चुनाव को लेकर समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष को कंट्रोल रूम का रूप दे दिया गया था. वहां बड़ी संख्या में कर्मियों को तैनात कर सभी विधानसभा वार मतदान केंद्रों के अलग-अलग जानकारी ली जा रही थीं. इस दौरान सुबह से ही जिले के कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की सूचना आने लगी. इस कारण कंट्रोल रूम की घंटी लगातार बजती रही. इस दौरान जब किसी मतदान केंद्र से ईवीएम खराब होने या अन्य समस्या की खबर आती इसके बाद तुरंत वहां के पदाधिकारियों को इसकी सूचना दे दी जाती है. जिसके बाद पदाधिकारियों की गाड़ियां भी उस बूथ की ओर निकल पड़ती. इसके बाद पूरे दिन कंट्रोल रूम की घंटियां बजती रही तथा सड़कों पर पदाधिकारियों के वाहन दौड़ते रहे. अलग-अलग वाहनों में ईवीएम लादकर भी मतदान केंद्र पर पहुंचाया जाता रहा. जबकि ईवीएम बनाने को लेकर आये टेक्नीशियन का वाहन भी पूरे दिन चलता रहा. हालांकि ज्यादातर जगह मतदान बिल्कुल सही तरीके से संपन्न कर लिया गया.

मतदान केंद्रों के बाहर खूब हुई आंकड़ों की गणना

जमुई. चुनाव हो और मतदाता आंकड़ों का गणित की गणना ना करें, यह संभव ही नहीं है. शुक्रवार को चुनाव के दौरान भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब जिले के अधिकांश मतदान केंद्रों के बाहर मतदाता अपने हिसाब से प्रत्याशियों के भाग्य का जोड़ घटाव करते नजर आये. हालांकि मतदान केंद्र के आसपास के दायरे में लोगों को खड़े होने की अनुमति तो नहीं दी गयी थी, लेकिन इसके बाहर के इलाके में लोग एक जगह पर खड़े होकर अपने हिसाब से मतदान का गणित जोड़ने में लगे रहे. कोई किसी प्रत्याशी के भाग्य को लेकर हिसाब किताब लगाता रहा, तो कोई किसी अन्य प्रत्याशी के किस्मत की चर्चा करता रहा. चुनाव के बाद अब मतगणना की तैयारी है.

घुड़सवारी दल कर रही थी सुरक्षा, लोकसभा चुनाव में दिखे व्यापक इंतजाम

जमुई. पहले चरण में जमुई लोकसभा सीट को लेकर हुए चुनाव के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम देखने को मिले. सभी मतदान पर केंद्रीय बल की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. वहीं बड़ी संख्या में बिहार पुलिस के जवानों को भी तैनात किया गया था. चुनाव के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट सहित दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी. वहीं मोटरसाइकिल गश्ती दल को लगाया गया था. इन सभी के द्वारा सभी केंद्रों पर लगातार गश्ती की जा रही थी. थाना की पुलिस के द्वारा भी टीम बनाकर सभी मतदान केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा था. जमुई शहर में घुड़सवारी दल द्वारा सुरक्षा को लेकर गश्ती की जा रही थी. जमुई के कई केंद्रों पर घुड़सवार पुलिस के जवानों ने सुरक्षा का जायजा लिया. गौरतलब है कि जमुई सीट को नक्सल प्रभावित माना जाता है. इसी कारण यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. डीएम एससपी से लेकर जिले के तमाम वरीय अधिकारी भी पल-पल सुरक्षा का जायजा लेते रहे. डीएम और एसपी ने जिले के कई सेंसिटिव मतदान केंद्रों का भी जायजा लिया.

सुबह छह बजे से ही लग गयी मतदाताओं की कतार

बरहट. शुक्रवार को प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव का मतदान शांति पूर्ण रहा. कुछ मतदान केंद्रों पर शुरुआत में ईवीएम में आयी खराबी को छोड़ मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ. मतदान को लेकर सभी मतदान केंद्र पर मतदान नियमित समय 6 बजे से लाइन में खड़ी होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अपने पारी आने की प्रतीक्षा करते देखे गये. कई बूथों पर ईवीएम मशीन खराब होने को लेकर वोटिंग प्रक्रिया देर से शुरु हुयी. जिसे जिसकी सूचना सेक्टर पदाधिकारी को मतदान कर्मियों के दिए जाने के बाद ठीक कर वोटिंग शुरु कर दी गयी.

पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण ने अपने परिवार के साथ किया मतदान

पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव तथा उनकी पत्नी एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री विजय प्रकाश यादव, तारापुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व उम्मीदवार दिव्य प्रकाश तथा उनकी बहन शेफाली ने अपने पूरे परिवार के साथ उत्क्रमित मध्य विद्यालय सलैया मतदान केंद्र संख्या 174 पर मताधिकार प्रयोग किया. मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताया कि लोकतंत्र में वोट का अहम योगदान होता है. इस बार एनडीए का सफाया होना है. एनडीए सरकार ने देश के लोगों के साथ जो वादा किया था, वे उसपर खरे नहीं उतरे. इसलिए इस बार जनता ने महागठबंधन पर उम्मीद जतायी है.

कोयवा बूथ पर नहीं दिखा मतदाताओं में उत्साह

बरहट थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित गांव गुरमाहा, चोरमारा, जमुनियांटांड़, बिचला टोला के लोगों में मतदान को लेकर उत्साह नहीं दिखा जिस कारण. सुबह के 7:00 से 12:00 बजे तक पांच हजार मतदाताओं में से 25 वोट पड़े. बताते चलें कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण गुरमाहा के मतदान केंद्र 173 को स्थानांतरित कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोयवा किया गया था. किंतु दूरी व चिलचिलाती धूप होने के कारण यहां मतदाता नहीं पहुंच पाये. अंत में प्रखंड के एक समाजसेवी ने निजी वाहन भेज कर सभी लोगों को बुलाया और वोट दिलवाया.

विकास के नाम पर पहली बार आदिवासी समाज की बेटी ने किया वोट

लोकतंत्र के इस महापर्व में आदिवासी गांव भूदानपूरी गांव के दिव्या कोड़ा ने पहली बार अपना मताधिकार का प्रयोग किया. 12वीं पास दिव्या कोड़ा ने बताया कि लड़कियों के लिए सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. देश में बेरोजगारी महंगाई चरम पर है. लड़कियों को अच्छी स्कूल अच्छी शिक्षा एवं आदिवासी समाज के लोगों के उत्थान के लिए विशेष योजना चलनी चाहिए. इसी उम्मीद के साथ हमने विकास के नाम पर अपना मताधिकार का प्रयोग पहली बार किया है.

मतदान केंद्रों पर नहीं दिखी समुचित व्यवस्था

चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को दी जाने वाली सुविधाओं में भारी कटौती देखने को मिली. चिलचिलाती धूप व 40 डिग्री उमस भरी गर्मी में मतदाता कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते देखे गये. लेकिन प्रखंड के अधिकांश केंद्रों पर ना तो पानी का व्यवस्था थी, ना ही दिव्यांगजनों के लिए व्हील चेयर की. इस दौरान मतदाताओं में काफी आक्रोश देखा गया.

मतदान केंद्र पर बनाया गया था हेल्प डेस्क

जमुई. लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान शुक्रवार को जिलेभर में शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी राकेश कुमार द्वारा मतदान केंद्र पर मतदाताओं की समस्या के निराकरण को लेकर जिले के सभी मतदान केन्द्रों पर हेल्प डेस्क लगाया गया था. हेल्प डेस्क पर एक आंगनबाड़ी सेविका तथा एक शिक्षिका की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. जहां मतदाताओं को उनकी मतदान से संबंधित समस्या का निराकरण किया जा रहा था.

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