खैरा. बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर प्रखंड क्षेत्र के बल्लोपुर में आगामी 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित यात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. दो दिनों तक पदाधिकारियों के लगातार निरीक्षण के बाद रविवार से हेलीपैड निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. गौरतलब है कि बिहार सरकार के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की ओर से आगामी 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाना है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है. पीएम की इस संभावित यात्रा को लेकर प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गयी है. हालांकि अभी तक पीएम के आगमन की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है, लेकिन संभावना है कि 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खैरा प्रखंड क्षेत्र के बल्लोपुर पहुंच सकते हैं. सुबह 11:00 बजे पीएम का आगमन संभावित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवघर एयरपोर्ट से वायु सेवा के हेलीकॉप्टर से बल्लोपुर पहुंच सकते हैं, जहां ट्राइबल हाट में जनजातीय सामग्री की प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकते हैं. वहां आदिवासी लोगों से बातचीत कर सकते हैं. इसके उपरांत जनजातीय नृत्य एवं गान की प्रस्तुति के साथ वीडियो फिल्म के प्रदर्शन होने की भी संभावना जतायी जा रही है. जनजातीय गौरव दिवस समारोह एवं धरती आवा जनजातीय गौरव दिवस के आइसी कैंपेन का भी शुभारंभ प्रधानमंत्री कर सकते हैं.
दो जिलों से द्विपक्षीय वार्ता में पीएम भी ले सकते हैं हिस्सा
पीएम बल्लोपुर से 6500 करोड़ के विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास कर सकते हैं. इस दौरान 30 राज्य मुख्यालय एवं 100 जिला मुख्यालय से संवाद तथा 549 जिलों की सामान्य सहभागिता के साथ बिहार के 24 जिलों से दो पक्षीय वार्ता में भी प्रधानमंत्री हिस्सा ले सकते हैं. पीएम के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा जनजातीय मंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. चर्चा यह भी है कि कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री जनधन योजना के अन्य राज्यों के लाभार्थी से संवाद कर सकते हैं.
जनजातीय नृत्य गान की होगी प्रस्तुति
कार्यक्रम की तैयारी को लेकर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के द्वारा भी तैयारी शुरू कर दी गयी हैं. वहीं कला संस्कृति विभाग के द्वारा प्रधानमंत्री आगमन के दौरान जनजातीय नृत्य एवं गान की प्रस्तुति हो सकती है. पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा जीविका के सहयोग से आदिवासी सम्मान भेंट सहित स्वागत गान की प्रस्तुति होगी. वहीं पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, जीविका तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के सहयोग से ट्राइबल हाट की व्यवस्था की जायेगी. कार्यक्रम के दौरान जर्मन हैंगर टेंट लगाया जायेगा. करीब 25 हजार लोगों की बैठने की व्यवस्था की जायेगी.
राजनीतिक सरगर्मी तेज
गौरतलब है कि 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित कार्यक्रम को लेकर राजनीतिक सरगर्मी भी काफी तेज हो गई है तथा झारखंड विधानसभा चुनाव के लिहाज से पीएम का यह दौरा काफी खास हो सकता है. हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन की तैयारी को देखकर आम लोगों में इस बात की काफी चर्चा है. पर संभावना है कि अगले तीन-चार दिनों में इसकी आधिकारिक पुष्टि भी हो जा सकती है तथा 10 नवंबर तक आमंत्रण एवं अन्य सभी प्रोटोकॉल की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है.
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