पीएम बिरसा मुंडा की प्रतिमा का करेंगे अनावरण

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का करेंगे शुभारंभ

By Prabhat Khabar News Desk | November 9, 2024 10:24 PM

जमुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 15 नवंबर को जमुई जिले के खैरा प्रखंड स्थित बल्लोपुर गांव से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ करेंगे. बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जायेगा. प्रधानमंत्री के इस ऐतिहासिक दौरे को लेकर जिले भर में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. प्रशासन की ओर से कार्यक्रम स्थल पर हेलीपैड, जर्मन हैंगर टेंट निर्माण कराया जा रहा है, करीब 25,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था करने के साथ-साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किये जा रहे हैं. प्रशासनिक शिड्यूल के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से देवघर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिये बल्लोपुर गांव पहुंचेंगे और बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद ट्राइबल हाट में जनजातीय सामग्री की प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे. इसमें आदिवासी समुदाय के विकास और उनके द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया जायेगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी आदिवासी समाज के उत्थान के लिए कई योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन भी करेंगे.

6500 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का होगा उद्घाटन व शिलान्यास

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ””धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान”” का शुभारंभ करेंगे. इसके तहत 18 सरकारी विभाग मिलकर आदिवासी गांवों में 25 प्रकार की नागरिक सेवाओं और सुविधाओं को प्रदान करेंगे. इनमें बिजली, पक्के मकान, सड़कें, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, कौशल विकास, कृषि, और दूरसंचार जैसी योजनाएं शामिल हैं. इसके साथ ही आदिवासी परिवारों को स्वरोजगार के अवसर देने के लिए कई नये कार्यक्रम शुरू किये जाएंगे. जनजातीय गांवों में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की स्थापना की जाएगी, ताकि स्वास्थ्य सुविधाएं दूर-दराज के इलाकों तक पहुंच सकें. इस अभियान के तहत आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कला, संस्कृति, चित्रकला और वनोपज संग्रहण की मार्केटिंग के अवसर भी प्रदान किये जाएंगे. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान 6500 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया जाएगा. इनमें केंद्र और राज्य सरकार की बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं, जो खास तौर पर आदिवासी समुदाय के विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई हैं. इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी 30 राज्य मुख्यालयों और 100 जिला मुख्यालयों से संवाद करेंगे और बिहार के 24 जिलों से दो-तरफा वार्ता में भी हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री के इस दौरे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल और भाजपा के अन्य नेताओं के भी शामिल होने की संभावना है.

डीआइजी समेत अन्य अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का लिया जायजा

कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शनिवार को मुंगेर के डीआइजी संजय कुमार, एसपी चंद्र प्रकाश, एसडीपीओ सतीश सुमन सहित अन्य अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया. इसके बाद अधिकारियों ने हेलीपैड निर्माण, सभा स्थल की बैरिकेडिंग, अस्थायी थाना परिसर निर्माण और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की. प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं. कार्यक्रम स्थल पर पुलिस बल तैनात किया जाएगा. कला और संस्कृति विभाग ने भी प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान जनजातीय नृत्य और संगीत कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की है. इसके अलावा, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन विभाग और जीविका के सहयोग से आदिवासी सम्मान समारोह और स्वागत गान की प्रस्तुति भी की जाएगी. ट्राइबल हाट की व्यवस्था में पर्यावरण वन, जलवायु परिवर्तन विभाग और अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के साथ साथ स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी.

पीएम के आगमन को लेकर बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी

पीएम के आगमन को लेकर राजनीतिक हलकों में सरगर्मियां तेज हो गयी हैं और इसे झारखंड विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. सभी निमंत्रण और प्रोटोकॉल की प्रक्रिया 10 नवंबर तक पूरी की जा सकती है. आम जनता में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह है. पीएम के आगमन को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चा है तथा लोग पीएम से सौगात की उम्मीद कर रहे हैं.

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