बिहार को विकास के नये पैमाने पर खरा उतारना ही जनसुराज की सोच
प्रदेश में पिछले 35 से 40 सालों से लोगों को जाति, धर्म में बांट कर शासन किया गया है. अब समय आ गया है इस स्थिति को बदलने की, ताकि बिहार विकास के सही मायने पर खरा उतर सके. उक्त बातें जन सुराज पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मदेव यादव, जिला महासचिव जमादार सिंह, जन सुराज नेता अनिल प्रसाद साह ने प्रेसवार्ता के दौरान कही.
जमुई. प्रदेश में पिछले 35 से 40 सालों से लोगों को जाति, धर्म में बांट कर शासन किया गया है. अब समय आ गया है इस स्थिति को बदलने की, ताकि बिहार विकास के सही मायने पर खरा उतर सके. उक्त बातें जन सुराज पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मदेव यादव, जिला महासचिव जमादार सिंह, जन सुराज नेता अनिल प्रसाद साह ने प्रेसवार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि आज यह स्थिति है कि बिहार उन राज्यों से पीछे है जो आजादी के समय इससे पीछे थे. उन्होंने कहा कि जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की सोच है कि बिहार का सही विकास हो सके और हम विकास के पैमाने पर अग्रणी राज्यों में शामिल हो सके. जनसुराज की सोच है कि हमें गांव-गांव जाना है और एक-एक लोगों को बताना है कि विकास के सही मायने क्या होते हैं. प्रदेश की जनता को जगाना होगा ताकि वह अपने हक को पहचान सके. मौके पर जन सुराज के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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