जमुई. कटौना हाल्ट पर ट्रेनों के ठहराव को लेकर राष्ट्रीय भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा ने रविवार को एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान राष्ट्रीय भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने कटौना हाल्ट पर ट्रेनों का ठहराव दोबारा शुरू करने की मांग की. मौके पर मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंद्रचूर सिंह ने कहा कि वर्ष 1999 से 2020 तक कटौना हालत पर 7 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होता रहा. कोरोना काल में इन ट्रेनों का ठहराव यहां बंद कर दिया गया. उसके बाद पिछले 36 महीना से लगातार अनशन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. ग्रामीणों की मांग को लेकर पिछले दिनों स्थानीय सांसद भी यहां आए थे और उनके द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि यहां ट्रेनों का ठहराव जल्द शुरू कर दिया जाएगा. परंतु इस बात को भी 4 महीने बीत चुके हैं और अभी तक ट्रेनों का ठहराव शुरू नहीं किया जा सका है. उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि इस देश में संवेदनहीनता अपनी पराकाष्ठा पर है. उन्होंने कहा कि 45 डिग्री सेल्सियस की गर्मी में भी हम खड़े होकर वोट देते हैं ताकि लोकतंत्र जीवित रह सके. परंतु पूरा सिस्टम अधिकारी तंत्र, व्यापारी तंत्र, कर्मचारी तंत्र और नेता तंत्र में सिमट कर रह जाता है. जिलाध्यक्ष ने कहा कि कटौना हाल्ट पर बड़ी संख्या में लोगों के द्वारा आवागमन किया जाता है तथा 50 गांव के लोग यहां आकर ट्रेन पकड़ते हैं. मौके पर राम दिनेश शर्मा, कुमार चंद्रदेव, रंजीत कुमार चंद्रवंशी, वासुदेव रविदास, गौरव कुमार, कृष्ण यादव, राजेश कुमार दुबे, नवीन कुमार, राधा किशन दुबे, नकुल कुमार, चंद्रशेखर तिवारी, सुकेश तिवारी, सुनील यादव, अमित कुमार तिवारी, रंजन कुमार, राम सिंह, अमन कुमार, गोविंद यादव, हिमांशु सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है