जमुई. जमुई में एक ऐसी सड़क है जो हाथों से उखड़ जा रही है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं बरहट प्रखंड की एक सड़क की. मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत बिहार राज्य ग्रामीण पथ विकास एजेंसी ने इस सड़क का निर्माण कराया है. महज 10 दिनों में ही इसकी ऐसी स्थिति हो गयी है कि अलकतरा व गिट्टी को हाथों से ही उखाड़ा जा सकता है. सड़क के बीचों बीच घास निकल गयी है. मामला जमुई जिले के बरहट प्रखंड क्षेत्र से जुड़ा है, जहां
केवल 10 दिन पहले ही पूरा हुआ है निर्माण कार्य
मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत जमुई-खड़गपुर पीडब्लूडी पथ से दरहा तक 4.6 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण कार्य किया गया है. संवेदक आलोक कुमार सिंह हैं. एक करोड़ 68 लाख 97 हजार 18 रुपये की लागत से इसका निर्माण कार्य हुआ है. जबकि इसके रखरखाव को लेकर 57 लाख 18 हजार 529 रुपये की राशि स्वीकृत की गयी है. 23 जुलाई 2024 से निर्माण कार्य शुरू किया गया था. 22 अप्रैल 2025 तक इसे पूरा कर लेना था, परंतु समय से पहले ही सड़क का निर्माण कार्य कर दिया गया. इसमें इतनी अनियमितता बरती गयी कि अब यह सड़क हाथों से ही उखड़ जा रही है.
पुरानी सड़क के ऊपर ही चढ़ा दिया अलकतरा
ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क के निर्माण के दौरान कंस्ट्रक्शन कंपनी ने पुरानी सड़क के ऊपर ही अलकतरा चढ़ा दिया गया. इस कारण यह सड़क जमीन को पकड़ ही नहीं सकी. जिस जगह से ग्रामीणों ने सड़क उखाड़ कर दिखायी, उसमें साफ दिख रहा था कि उसके नीचे धूल-मिट्टी लगी हुई है इतना ही नहीं सड़क के ऊपर जो लेयर बिछायी गयी, वह भी मात्र ढाई से तीन इंच मोटी है. ऐसे में इस सड़क के निर्माण कार्य में घालमेल कर राशि की निकासी की बड़ी संभावना नजर आ रही है.
कोट
एक मजदूर को पैसा नहीं दिया गया था. इसलिए कुछ लोगों ने यह वीडियो बना दिया है. अगर कोई सड़क को उखड़ेगा तो वह उखड़ ही जायेगी. उसे कुदाल से काटकर हाथों से उखाड़ कर वीडियो बनाया गया है.
अरविंद कुमार, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभागडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है