जमुई. जिले में माॅनसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है. बीते तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश से एक ओर जहां मौसम सुहाना हो गया और लोगों को गर्मी से राहत मिली तो वहीं दूसरी ओर बारिश से सदर अस्पताल परिसर तालाब में तब्दील हो गया है. गुरुवार देर रात से शुरू हुई झमाझम बारिश शुक्रवार की शाम तक जारी रहने के कारण सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष, ब्लड बैंक, एसएनसीयू, एसीएमओ कार्यालय तथा सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के समीप बारिश का पानी जमा हो गया. इस कारण इलाज के लिये सदर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों व उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. करीब पौने घंटे तक हुई बारिश ने सदर अस्पताल के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है. इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के शोभित मंडल, सदर प्रखंड क्षेत्र के गरसंडा निवासी रामवरण सिन्हा, महाराजगंज निवासी बच्चन साव, दिवाकर कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि यदि समय पर नालियों की उड़ाही हो जाती तो सदर अस्पताल का यह हाल नहीं होता. अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण हमेशा बारिश के बाद सदर अस्पताल परिसर में जलजमाव हो जाता है. इससे इलाज कराने आये मरीजों और उनके परिजनों को फजीहत झेलनी पड़ रही है. बताते चलें कि सदर अस्पताल की साफ-सफाई को लेकर प्रतिमाह लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, बावजूद इसके हालात नहीं बदला है. इस संबंध में सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि अस्पताल परिसर के बाहर का नाला जाम रहने के कारण इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारी को दे दी गयी है. जल्द ही जलजमाव की समस्या को दूर कर दिया जायेगा. फिलहाल जलजमाव से निजात के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.
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