मानव मुक्ति आंदोलन के प्रणेता थे संत रैदास : थानाध्यक्ष
प्रखंड अंतर्गत डाढ़ा पंचायत के सुदामापुर रविदास टोला में संत शिरोमणि रैदास की 627वीं जयंती समारोह आयोजित कर मनायी गयी.
![an image](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2025/02/file_2025-02-12T16-36-20-1024x768.jpeg)
बरहट. प्रखंड अंतर्गत डाढ़ा पंचायत के सुदामापुर रविदास टोला में संत शिरोमणि रैदास की 627वीं जयंती समारोह आयोजित कर मनायी गयी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव उपस्थित थे. इस दौरान सर्वप्रथम स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा संत शिरोमणि रैदास की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गयी और इसके पश्चात थानाध्यक्ष के द्वारा स्कूली बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री वितरण किया. मौके पर थानाध्यक्ष कुमार संजीव ने संत शिरोमणि रैदास की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व मानव मुक्ति आंदोलन के प्रणेता थे. उन्होंने कहा कि संत रैदास का जन्म माघ मास की पूर्णिमा को 1376 ई. में उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के गोवर्धनपुर गांव में हुआ था. उनका जन्म ऐसे समय में हुआ था जब उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में मुगलों का शासन था चारों ओर अत्याचार, गरीबी, भ्रष्टाचार व अशिक्षा का बोलबाला था. संत रैदास ने अपने दोहा व पदों के माध्यम से समाज में जातिगत भेदभाव को दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया और मानवतावादी मूल्यों की नींव रखी. मौके पर वार्ड सदस्य संतोष कुमार दास ग्रामीण महेंद्र दास, सजंय दास ,संजीत कुमार, अशोक कुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है