सत्यदेव आर्य हत्याकांड के मुख्य आरोपित नरेंद्र ने कोर्ट में किया सरेंडर

हाल ही में पुलिस ने घर पर चिपकाया था इश्तहार, मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष को किया गया था निलंबित

By Prabhat Khabar Print | July 1, 2024 10:57 PM

जमुई. जिले के खैरा थाना क्षेत्र के नवडीहा गांव में हुए सत्यदेव आर्य हत्याकांड के मुख्य आरोपित नरेंद्र कुमार ने पुलिस दबिश के कारण सोमवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. गौरतलब है कि मामले में पुलिस ने हाल ही में उसके घर पर इश्तहार चिपकाया था तथा कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी थी. इस कारण उसने कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक सह खैरा थानाध्यक्ष दुर्गेश दीपक ने नरेंद्र के आत्मसमर्पण की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस दबिश के कारण उसने आत्मसमर्पण किया है. गौरतलब है कि जिले के खैरा थाना क्षेत्र के नवडीहा गांव में बीते 3 जून को सत्यदेव आर्य नामक एक युवक की अपराधियों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. पांच जून को जमीन में दबा उसका शव बरामद किया गया था तथा इस मामले में मृतक के परिजनों ने नरेंद्र सहित अन्य आरोपित के खिलाफ प्राथमिक दर्ज की गयी थी. इस मामले में पुलिस ने नवडीहा से ही प्रियांशु कुमार तथा कटिहार निवासी प्रीतम कुमार उर्फ राजा को भागलपुर से गिरफ्तार किया था. इस मामले में आरएएफ जवान नरेंद्र कुमार पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा था तथा उसकी गिरफ्तारी को लेकर बीते हफ्ते मंगलवार को उसके घर इश्तेहार चिपकाया गया था. नरेंद्र कुमार को यह चेतावनी दी गयी थी कि 21 जुलाई तक हर हाल में आत्मसमर्पण करना है. समय सीमा के अंदर ऐसा नहीं करने पर घर की कुर्की- जब्ती की जाएगी. बता दें कि पुलिस की जांच में यह सामने आया था कि जिस दौरान सत्यदेव अपने दुकान से घर लौटा था, तभी किसी ने फोन कर उसे बुलाया फिर पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी थी. हत्या के पीछे का कारण पुलिस फिरौती के लिए रकम वसूलना बता रही है, हालांकि इस मामले में अभी और भी कई परत खुलना बाकी है. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भागलपुर से प्रीतम कुमार उर्फ राजा, पिता नवीन यादव को गिरफ्तार किया है. जो कटिहार जिले के बरारी थाना क्षेत्र के बखिया कुशालपुर का रहने वाला है. गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने पहले चार युवकों को गिरफ्तार किया था, लेकिन तीन की संलिप्तता सामने नहीं आने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था. पुलिस इस मामले में नवडीहा गांव निवासी प्रियांशु कुमार और प्रीतम को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है. इस मामले में मुख्य आरोपित नरेंद्र कुमार के मुंबई में होने की जानकारी के बाद इसे लेकर छापेमारी दल का गठन किया गया था. लेकिन लापरवाही बरतने के कारण वह पुलिस के हाथ से निकल गया था और पुलिस अधीक्षक ने तत्कालीन थानाध्यक्ष शशि भूषण कुमार को निलंबित कर दिया था. अब इस मामले में नरेंद्र कुमार ने खुद सोमवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है.

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