जमुई. अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की जमुई जिला इकाई द्वारा महिसौड़ी स्थित सुरेश पुरम आदि चित्रगुप्त मंदिर में रविवार को भगवान चित्रगुप्त की पूजा उत्साह के साथ हुई. इस मौके पर कायस्थ समाज के लोगों ने अपने कुलदेवता भगवान चित्रगुप्त की विधिवत पूजा-अर्चना की. इस आयोजन के लिए कायस्थ समाज में एक पखवाड़े पहले से ही तैयारियां जोरों पर थीं. पूजा में जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में कायस्थ समाज के लोग जुटे और सामूहिक रूप से पूजा अर्चना की. पूजा के उपरांत भगवान का प्रसाद वितरण किया गया और सभी ने अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा. इसके बाद सहभोज का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के लोगों ने परिवार सहित सहभागिता की. संध्याकाल में आदि चित्रगुप्त मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन संध्या का भी आयोजन हुआ. अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, जमुई जिला इकाई के अध्यक्ष अविनाश कुमार सिन्हा और महासचिव डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि भगवान चित्रगुप्त कायस्थ समाज के कुलदेवता हैं, और उनकी पूजा कायस्थ समाज के लिए विशेष महत्व रखती है. उन्होंने कहा कि इस मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है और जल्द ही मंदिर के ऊपरी तल पर अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी. इस अवसर पर महासभा के प्रदेश सचिव अभिषेक सिन्हा और संयुक्त सचिव भूपेंद्र सिन्हा ने कहा कि चित्रगुप्त पूजन महोत्सव कायस्थ समाज के लिए खास महत्व रखता है. पूजन समारोह का संचालन वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच नंदनी पांडेय ने किया. मौके पर राजीव कुमार सिन्हा, राकेश कुमार रंजन, विपिन कुमार सिन्हा, उमाशंकर सिन्हा, चंद्रशेखर सिन्हा, अशोक सिन्हा, शशि शेखर सिन्हा, मून सिन्हा, नीरज कुमार सिन्हा सहित समाज के कई प्रमुख सदस्य मौजूद थे.
मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ हुई चित्रगुप्त की पूजा
चकाई. प्रखंड के उरवा गांव स्थित नव निर्मित चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त महराज की मूर्ति स्थापित कर रविवार को मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की गयी. इस अवसर पर लोगों ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना की. पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया गया. मौके पर प्रो. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त जीवों के धर्म कर्म का हिसाब रखते हैं. उस हिसाब से प्राणी को स्वर्ग एवं नर्क मिलता है. उन्हें कलम का भी देवता माना जाता है. खास कर कायस्थ समाज के वे आराध्य हैं. मौके पर चित्रगुप्त कथा का भी पाठ किया गया गया. साथ ही उपस्थित लोगों ने कथा का श्रवण किया. पंडित श्यामसुंदर पांडेय और रामकृष्ण पांडेय द्वारा विधि विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना करवाई गयी. इसके अलावे प्रखंड स्थित खास चकाई गांव के कानूनगो बंगला में भी चित्रगुप्त पूजा कायस्थ समाज के लोगों द्वारा की गयी. वहीं खास चकाई के कानूनगो बंगला में भी चित्रगुप्त महराज का मंदिर निर्माण कराया गया है जहां पूजा अर्चना की गई .मौके पर पुजारी सुनील सिन्हा,विजय कुमार सिन्हा, राममूर्ति प्रसाद,उपेंद्र प्रसाद, कायस्थ महासभा के प्रखंड अध्यक्ष बमशंकर अम्बस्ट, सचिव राजेश प्रसाद, उपसचिव नवीन कुमार सिन्हा, कोषाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा (अधिवक्ता), मार्गदर्शक प्रदीप कुमार सिन्हा,बुल्लू कुमार सिन्हा, नरेश प्रसाद,लव कुमार सिन्हा, रविंद्र प्रसाद, धनंजय सिन्हा,बिपिन सिन्हा,रुपेश कुमार सिन्हा,विनय सिन्हा,शलेन्द्र सिन्हा, राकेश प्रसाद सिन्हा, राजीव सिन्हा, मनीष सिन्हा,गोलू सिन्हा, अभिषेक सिन्हा एवं अन्य सक्रिय समिति सदस्य शेखर सिन्हा, दिलीप कुमार सिन्हा, बिधु भूषण प्रसाद ,मनोज कुमार सिन्हा , देव ज्योति, अमित, विक्रम, सुधांशु शेखर ,लालजी प्रसाद ,मोतीलाल, निशांत नयन, शिवम, शरदेंदु शेखर ,अनिल कुमार सिन्हा, धर्मवीर आनंद, कुमार आदित्य आदि ने पूजा में भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है