जीतझिंगोई में दूसरे दिन फिर मिले सात नये मरीज
पीएचईडी कर रहा गांव के पानी की जांच, अब तक मिल चुके हैं तीन दर्जन से अधिक डायरिया मरीज
खैरा. प्रखंड क्षेत्र के जीतझिंगोई गांव में डायरिया का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा. मंगलवार को भी गांव में डायरिया के सात नये मरीज चिन्हित किये गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं डायरिया के कहर के बाद मंगलवार को गांव में मेडिकल कैंप लगाया गया. चिकित्सक लोगों का इलाज कर रहे हैं. गौरतलब है कि जीतझिंगोई गांव में डायरिया अपना पैर पसार चुका है. सोमवार को गांव में दो दर्जन के करीब लोगों में डायरिया के लक्षण सामने आये थे. इसमें 13 लोगों की स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. दूसरे दिन गांव में पुनः सात नये मरीज चिन्हित किये गये हैं. जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. वहीं गांव में डायरिया से बचाव को लेकर पीएचईडी और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कैंप किया जा रहा है.
मंगलवार को फिर मिले सात नये मरीज
जीतझिंगोई गांव के एक ही टोला में मंगलवार को फिर से 7 नये मरीजों में डायरिया के लक्षण सामने आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मंगलवार को गांव निवासी मजीद मैरून की 60 वर्षीय पत्नी नैमून खातून, शंभू रविदास की 50 वर्षीय पत्नी आशा देवी तथा 27 वर्षीय पुत्र सुभाष रविदास, आस्तिक पासवान की 16 वर्षीय पुत्री ज्योति कुमारी तथा 18 वर्षीय पुत्री राजनंदनी कुमारी समेत सात लोग डायरिया की चपेट में आ गये. इन सभी लोगों को लगातार उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. वहीं मंगलवार को गांव में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मेडिकल कैंप लगाकर लोगों की जांच की गयी. इस दौरान गांव के करीब 50 लोगों में डायरिया के लक्षण दिखने के बाद उनका इलाज किया गया तथा उन्हें दवा दी गयी.
लिया गया गांव के पानी का सैंपल, होगी जांच
गौरतलब है कि इस गांव में डायरिया के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. गांव में पीएचईडी के टंकी से पानी पीने के बाद इन लोगों में डायरिया का लक्षण देखने को मिला है. जिन घरों में डायरिया के मरीज मिले हैं वे सभी इसी पानी टंकी से पानी पीते हैं. इसे लेकर मंगलवार को पीएचईडी के कर्मी गांव पहुंचे और उन्होंने हर घर से अलग-अलग पानी का सैंपल लिया. इस दौरान उन्होंने पीएचईडी के टंकी से निकलने वाले पानी और गांव के चापाकल के पानी का भी सैंपल लिया है. गौरतलब है कि इस गांव में अब तक तीन दर्जन से अधिक डायरिया के नये मरीज चिन्हित किया जा चुके हैं. जबकि अब से 15 दिन पहले गांव में डायरिया से चार लोगों की मौत हो गयी थी और एक दर्जन के करीब लोग डायरिया की चपेट में आ गए थे. पूरे गांव में डायरिया को लेकर दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है.
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