खैरा. प्रखंड क्षेत्र के जीतझिंगोई गांव में डायरिया का प्रकोप रुकने का नाम नहीं ले रहा है. तीसरे दिन भी सात नये मरीज चिह्नित किये गये. इसके बाद अब गांव में डायरिया पीड़ित लोगों की संख्या 40 पार चली गयी है. गौरतलब है कि सोमवार को गांव में डायरिया के दो दर्जन से अधिक मरीज चिह्नित किये गये थे. करीब पच्चीस लोगों में डायरिया के लक्षण दिखायी दिये थे. इसमें से तेरह लोगों की स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें इलाज के लिए अलग-अलग जगह पर भर्ती कराया गया था. मंगलवार को भी गांव में आधा दर्जन से अधिक नये मरीज मिले और बुधवार को सात नये मरीजों में डायरिया के लक्षण सामने आये हैं. इसके बाद गांव में डायरिया मरीजों की संख्या 40 पार चली गयी है. गौरतलब है कि जीतझिंगोई गांव में डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार तीसरे दिन सात नये मरीज चिह्नित किये गये हैं, जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. हालांकि, चिकित्सा व्यवस्था की स्थिति को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में मेडिकल कैंप लगाया गया था, लेकिन एक दिन में ही मेडिकल कैंप को हटा लिया गया. इसके साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नहीं हो रहा है.
एक ही दिन में हटा लिया मेडिकल कैंप, ग्रामीणों में आक्रोश
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाये गये मेडिकल कैंप ने कुछ राहत दी थी, लेकिन यह राहत तात्कालिक साबित हुई. बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने कैंप को हटा लिया. ग्रामीणों का कहना है कि कैंप के हटने के बाद से उनकी चिंताएं और भी बढ़ गयी हैं. इधर विभिन्न जगहों में भर्ती मरीजों की स्थिति गंभीर है, उनका इलाज जारी है. इसके साथ ही गांव में डायरिया के फैलने के मुख्य कारणों में से एक पानी की गुणवत्ता का मुद्दा बताया जा रहा है. पीएचईडी की टंकी से सप्लाइ पानी पीने के बाद कई लोग बीमार हो गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हो रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि ब्लीचिंग के छिड़काव की कमी के कारण गांव में साफ-सफाई की स्थिति बेहतर नहीं हो पा रही है. पानी की गुणवत्ता में सुधार नहीं हो पा रहा है. इन सभी वजहों से डायरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है.धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है मरीजों की संख्या
बताते चलें कि बीते दो दिनों में जीतझिंगोई गांव में डायरिया के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है. सोमवार को गांव में अचानक दो दर्जन से अधिक लोगों में डायरिया के लक्षण उभर आये. इससे 13 लोग गंभीर स्थिति में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हो गये. मंगलवार को भी सात नये मरीज चिह्नित किये गये, जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. इन मरीजों में लगातार उल्टी और दस्त की शिकायत है. इससे गांव में दहशत का माहौल बन गया है. बीमारी तेजी से फैलने की वजह गांव में पानी की गुणवत्ता और साफ-सफाई की कमी बतायी जा रही है. इससे डायरिया के नये मामलों में इजाफा हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है