गंदे पानी के बीच भोलेनाथ के दरबार जाते हैं शिवभक्त
प्रखंड क्षेत्र के बाबा बूढ़ानाथ मंदिर आने वाले शिवभक्तों को नाले के गंदे पानी और कीचड़ के बीच से होकर बाबा भोलेनाथ के दरबार जाना पड़ता है.
गिद्धौर. भगवान भोलेनाथ का सबसे पावन महीना सावन चल रहा है, तथा सावन की सोमवारी और इसके अलावा भी प्रतिदिन शिवभक्त हर रोज बाबा भोलेनाथ की पूजा करने जाते हैं. लेकिन प्रखंड क्षेत्र के बाबा बूढ़ानाथ मंदिर आने वाले शिवभक्तों को नाले के गंदे पानी और कीचड़ के बीच से होकर बाबा भोलेनाथ के दरबार जाना पड़ता है. बताते चलें कि पूर्व में यहां पर मंदिर के ठीक सामने एक नाला बनाया गया था. लेकिन धीरे-धीरे उसमें मिट्टी कीचड़ भरते-भरते नाला जाम हो गया एवं जगह -जगह से नाला टुटकर क्षतिग्रस्त हो गया. स्थानीय ग्रामीण मंटू कुमार रावत ने बताया कि मंदिर परिसर के पास सड़क ऊंचाई में है. नाली क्षतिग्रस्त होने की वजह से सड़क का पानी और गड्ढों में जमा होकर मंदिर परिसर में प्रवेश कर जाता है. जिससे कई बार भीषण बारिश से जलजमाव की समस्या यहां पूजा अर्चना करने आने वाले श्रद्धालुओं को झेलनी पड़ती है. गंदा पानी गर्भगृह में प्रवेश कर जाता है, जिससे शिवलिंग भी डूब जाता है. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पूर्व में दो बार नाले का निर्माण किया हो चुका है, लेकिन समस्या यथावत बनी है. ग्रामीणों ने उक्त समस्या के निदान को ले जन प्रतिनिधियों का इस और ध्यानाकृष्ट कराया है. पंचायत की मुखिया ललिता देवी ने कहा है कि समस्या की जानकारी मिली है. निदान का हरसंभव प्रयास किया जायेगा.
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