डीएम के आदेश के बावजूद जनता दरबार से अनुपस्थित रही सिकंदरा सीओ
सीओ समेत कार्यालय से अनुपस्थित रहने वाले आधा दर्जन पदाधिकारियों पर लटकी कार्रवाई की तलवार
सिकंदरा. डीएम राकेश कुमार के आदेश को नहीं मानना सिकंदरा की सीओ नेहा रानी, आपूर्ति पदाधिकारी साधना सिंह, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी राम गंगा समेत कई अधिकारियों को काफी भारी पड़ गया है. डीएम के आदेश का उल्लंघन करने पर प्रखंड के लगभग आधा दर्जन पदाधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गयी है. वहीं डीएम ने इन सभी पदाधिकारियों पर कर्तव्य में लापरवाही व अनुशासनहीनता बरतने के आरोप में एक दिन के वेतन पर रोक लगाते हुए अनुशासनिक कार्रवाई करने की चेतावनी दी व स्पष्टीकरण की मांग की है. वहीं डीएम के सख्त रवैये को देखते हुए अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. कहने को तो प्रदेश में सुशासन की सरकार है लेकिन अगर आप प्रखंड कार्यालय सिकंदरा का हाल देखें तो पता चल जायेगा की सुशासन की सरकार के सरकारी बाबू किस तरीके से काम करते हैं. मनमाने समय पर आना तो इनलोगों ने अपना जन्मसिद्ध अधिकार मान लिया है. वहीं जिला में बैठकों के बहाने ये दिन भर कार्यालय नहीं आते हैं. ऐसे में विभिन्न कार्यों से प्रखंड कार्यालय आने वाले लोगों को रोज परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है. स्थानीय अधिकारियों के मनमाने व लापरवाह रवैये के कारण लोग कार्यालयों का चक्कर काटने को विवश हैं. प्रखंड में सबसे बुरी स्थिति अंचल व आपूर्ति कार्यालय की है. जमीन, राशन व पेंशन से संबंधित शिकायतों को लेकर प्रखंड कार्यालय में सबसे ज्यादा लोग आते हैं. आलम यह है कि महीनों तक कार्यालय का चक्कर लगाने के बावजूद लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. इसके कारण अपनी समस्या को लेकर परेशान लोग जिलाधिकारी के पास फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं. लोगों की परेशानियों को देखते हुए 24 जुलाई को जिलाधिकारी राकेश कुमार ने अनोखी पहल करते हुए जिले के सभी बीडीओ व सीओ को प्रत्येक दिन पूर्वाह्न 10:30 बजे से 11:30 बजे तक अपने अपने कार्यालय कक्ष में जनता दरबार लगा कर आम जनता की समस्याओं का समुचित समाधान करने का आदेश जारी किया था. डीएम के आदेश के बाद वस्तुस्थिति की जानकारी लेने सोमवार को प्रभात खबर की टीम 10:44 बजे प्रखंड कार्यालय पहुंची. इस समय तक सिर्फ बीडीओ अमित कुमार अपने कक्ष में बैठ कर फरियादियों से मुलाकात करते दिखे. वहीं अंचल अधिकारी, आपूर्ति पदाधिकारी, सहकारिता पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी, सांख्यिकी पदाधिकारी कार्यालय में नहीं पहुंचे थे. इतना ही नहीं इस समय तक इनमें से अधिकांश पदाधिकारियों के कक्ष का ताला भी नहीं खुला था. जबकि उस समय तक प्रखंड सह अंचल कार्यलय के बरामदे व गलियारे में एक दर्जन से अधिक फरियादी पदाधिकारियों के आने का इंतजार कर रहे थे. अधिकारियों के अनुपस्थिति की खबर मिलते ही डीएम राकेश कुमार ने लापरवाह व अनुशासनहीन पदाधिकारियों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी. डीएम राकेश कुमार ने कड़े तेवर दिखाते हुए सीओ नेहा रानी, आपूर्ति पदाधिकारी साधना सिंह, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी, सहकारिता पदाधिकारी व सांख्यिकी पदाधिकारी के खिलाफ जनता दरबार व कार्यालय से अनुपस्थित रहने के मामले में दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की चेतावनी दी है. वहीं संतोषजनक जवाब देने तक एक दिन के वेतन पर रोक लगा दी है.
समय 10:44 बजे
प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रवेश करते ही बरामदे पर कई लोग बैठे नजर आये. इनमें से अधिकांश लोग जमीन, राशन कार्ड, पेंशन व प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित फरियाद लेकर पदाधिकारियों से मिलने आये थे. लेकिन कार्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर अवस्थित अंचल अधिकारी कक्ष में अंचल अधिकारी नेहा रानी की कुर्सी खाली पड़ी थी. वहीं आपूर्ति पदाधिकारी एवं सहकारिता पदाधिकारी के कक्ष में ताला लटका था. जनता दरबार के लिए निर्धारित समय 11:30 बजे तक अंचल अधिकारी कक्ष के बाहर लगभग दर्जन भर लोग अंचल अधिकारी नेहा रानी के आने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन डीएम के आदेश को धता बताते हुए अंचल अधिकारी जनता दरबार के निर्धारित समय तक अपने कक्ष में नहीं पहुंची थी. अपराह्न 12:16 मिनट पर अंचल अधिकारी नेहा रानी अपने कक्ष में पहुंची. तब तक अंचल अधिकारी से मिलने की आस लिये इंतजार करते कई लोग वापस लौट चुके थे. इस समय तक अंचल कार्यालय के प्रधान लिपिक की भी कुर्सी खाली पड़ी थी. जबकि अंचल नाजिर दिनेश कुमार व अमीन पूजा कुमारी अपने कार्यों को संपादित करते नजर आए.
समय 10:53 बजे
प्रखंड सह अंचल कार्यालय में लोगों की चहलकदमी बढ़ने लगी थी. अभी लोगों को सबसे ज्यादा राशन कार्ड की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है. ऐसे में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की भूमिका वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है.अपनी परेशानियों को लेकर प्रखंड कार्यालय पहुंचने वाले लोगों में ज्यादातर लोग आपूर्ति कार्यालय खुलने का ही इन्तजार करते नजर आ रहे थे. लेकिन 10:53 बजे तक आपूर्ति पदाधिकारी के आने की तो बात ही छोड़िये कोई सहायक भी कार्यालय का बंद ताला खोलने को उपलब्ध नहीं था. आपूर्ति कार्यालय के समीप ही सहकारिता कार्यालय भी है. लेकिन 10:54 बजे आपूर्ति कार्यालय की ही तरह सहकारिता कार्यालय में भी ताला लटका पड़ा था.
समय 10:56 बजे
प्रभात खबर की टीम प्रखंड कार्यालय के दूसरे तल पर पहुंची. जहां प्रखंड विकास पदाधिकारी का कक्ष था. इस समय प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार अपने कक्ष में अधीनस्थ कर्मियों के साथ उपस्थित होकर बारी बारी से फरियादियों से मिल कर उनकी समस्या को सुन रहे थे. प्रखंड विकास पदाधिकारी के समक्ष अधिकांश लोग पेंशन, राशन व आवास योजना से संबंधित शिकायत लेकर पहुंचे थे.
समय 10:58 बजे
प्रभात खबर की टीम प्रखंड कार्यालय के तीसरे तल पर पहुंची. जहां प्रखंड बाल विकास परियोजना कार्यालय संचालित होता है. अब तक बाल विकास परियोजना कार्यालय खुल चुका था. जहां दो महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित थी. वहीं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का कार्यालय बंद पड़ा था. वहीं तीसरे तल पर ही मौजूद प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी के कक्ष में भी ताला लटका हुआ पाया गया.
समय 11:07 बजे
प्रभात खबर की टीम प्रखंड कार्यालय से निकल कर मनरेगा कार्यालय पहुंची थी. जहां मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी राम गंगा का कक्ष तो खुला था लेकिन वो नदारद दिखे. इस समय तक मनरेगा कार्यालय के अधिकांश कर्मी भी गायब थे. कार्यालय में उपस्थित एक मात्र कर्मी डाटा इंट्री ऑपरेटर सुग्रीव कुमार ने बताया कि कार्यक्रम पदाधिकारी राम गंगा आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लगाये गये शिविर का निरीक्षण करने मथुरापुर पंचायत गए हैं.
लोगों ने कहा
सोमवार को जनता दरबार में अंचल अधिकारी नेहा रानी से मिलने की आस लिये सुबह 10 बजे ही प्रखंड कार्यालय पहुंचे घुड़मुड़िय गांव निवासी सुरेश रावत व रवींद्र कुमार रावत ने बताया हमलोग जमीन से संबंधित समस्या को लेकर अंचल अधिकारी से मिलने के इंतजार में बैठे हैं. उन्होंने कहा कि कार्यालय में जाकर पूछा तो बताया गया कि 12 बजे के बाद सीओ आयेंगी. अचार्यडीह गांव निवासी फगुनी देवी ने बताया कि हम आवास योजना के बारे में जानकारी लेने कार्यालय आये हैं. इस दौरान उन्होंने अपनी समस्या को लेकर कार्यालय में उपस्थित बीडीओ अमित कुमार से मुलाकात की. राशन कार्ड में परिवार के छूटे सदस्यों का नाम जुड़वाने को लेकर आपूर्ति पदाधिकारी से मिलने की आस लिये सुबह 10 बजे से प्रखंड कार्यालय में इंतजार कर रही नीलम देवी ने बताया कि राशन कार्ड में नाम जुड़वाने को लेकर अप्लाई किया है. चार दिनों से कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अभी तक आपूर्ति पदाधिकारी से भेंट नहीं हो पाया है. उन्होंने बताया कि एक घंटे से आपूर्ति कार्यालय खुलने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अभी तक कार्यालय नहीं खुला है. जमीन के दाखिल खारिज को लेकर आये बलुआडीह गांव निवासी मो आरिफ ने बताया कि एक साल से जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन काम नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि आज भी अंचल अधिकारी से मिलने की उम्मीद लिये 10 बजे से ही इंतजार कर रहा हूं.
कहते हैं डीएम
आदेश के बावजूद जनता दरबार व कार्यालय से कई पदाधिकारियों के अनुपस्थित रहने की जानकारी मिली है. इस मामले में दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
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