आदित्य कुमार, सिमुलतला.
इंटरमीडिएट में निराशा हाथ लगने के बाद सिमुलतला आवासीय विद्यालय के मैट्रिक रिजल्ट में यहां के छात्रों ने विद्यालय की धाक एक बार फिर कायम की है. मैट्रिक परीक्षा के परिणाम घोषित किये जाने के बाद विद्यालय के छह छात्रों ने टॉप टेन में अपनी जगह बनायी है. जिसमें एक एक छात्र ने टॉप 3 में अपना स्थान पक्का किया है. गौरतलब है कि इससे पहले बिहार बोर्ड के द्वारा इंटरमिडिएट के परिणाम घोषित किये गये थे, जिसमें सिमुलतला के एक भी छात्र अपनी जगह बना पाने में सफल नहीं हो सके थे. इसके बाद सिमुलतला विद्यालय पर सवाल भी उठने लगे थे. टॉपर्स की फैक्ट्री कहे जाने वाले इस विद्यालय से इंटरमिडिएट टॉप 10 में पिछले 3 साल से सिमुलतला का एक भी छात्र अपनी जगह नहीं बन सका था. लेकिन इंटरमीडिएट के परिणाम में निराश करने के बाद सिमुलतला के बच्चों ने मैट्रिक परीक्षा में अपना परचम लहराया है.
गौरतलब है कि सिमुलतला आवासीय विद्यालय को टॉपर्स की फैक्ट्री कहा जाता है. वर्ष 2010 में इस विद्यालय की स्थापना हुई थी और 2015 में यहां से फर्स्ट बैच ने मैट्रिक परीक्षा में भाग लिया था और उसमें परचम लहराया था. तब से ही इसे टॉपर्स की फैक्ट्री कहा जाता है. लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यहां के बच्चों ने रिजल्ट में लगातार निराश किया था. बात मैट्रिक परीक्षा रिजल्ट की करें तो सिमुलतला आवासीय विद्यालय के आदित्य कुमार ने तीसरा स्थान हासिल किया है. पूरे बिहार के टॉप 3 में सिमुलतला के आदित्य शामिल हैं. हालांकि तीसरे नंबर पर पूरे बिहार के चार विद्यार्थी हैं. आदित्य ने 486 अंक हासिल किए हैं. वहीं सिमुलतला आवासीय विद्यालय के कुल 6 बच्चों ने टॉप 10 में अपनी जगह बनायी है.
टॉप टेन में शामिल हैं ये सभी 6 बच्चे, लगातार टॉप टेन में शामिल होते रहे हैं बच्चे
सिमुलतला आवासीय विद्यालय से आदित्य के अलावा कुल पांच और बच्चों ने टॉप 10 में अपनी जगह बनायी है. आदित्य कुमार ने 486 अंक लाकर राज्य भर में तीसरा स्थान हासिल किया है. वहीं विक्की कुमार ने 483 अंक लाकर पूरे राज्य में छठा स्थान हासिल किया है. मित्तल कुमार और अमन कुमार ने 480 अंक लाकर पूरे राज्य में नौंवा स्थान हासिल किया है. वहीं इस विद्यालय के विक्की कुमार और सावन कुमार ने 479 अंक लाकर पूरे राज्य में दसवां स्थान हासिल किया है. सिमुलतला के छात्रों ने इस बार सिमुलतला की लाज बचाई है. पिछले साल से सिमूलतला आवासीय विद्यालय से टॉप टेन में कुल 10 छात्र शामिल हुए थे. बीते कुछ वर्षों में मैट्रिक परीक्षा में सिमुलतला विद्यालय का प्रदर्शन लगभग एक समान रहा है. विद्यालय की स्थापना के बाद पहले साल 2015 में विद्यालय से 108 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे तथा बिहार के कुल 31 बच्चों में 30 बच्चे इसी विद्यालय से थे. वर्ष 2016 में विद्यालय से 121 बच्चे शामिल हुए थे तथा पूरे बिहार में टॉप करने वाले सभी 42 बच्चे इसी विद्यालय के थे. इसके बाद 2017 से विद्यालय के प्रदर्शन में थोड़ी गिरावट देखने को मिली. 2017 में टॉप टेन में सिमुलतला विद्यालय से 12, 2018 में 17, 2019 में 16, 2020 में 30 तथा 2021 में 14 बच्चे टॉप टेन में शामिल हुए थे. वहीं बीते साल 2022 में सिमुलतला आवासीय विद्यालय से 5 बच्चे टॉप टेन में स्थान हासिल कर सके थे.
इंटरमीडिएट में पिछले तीन वर्षों से एक भी टॉपर नहीं
सिमुलतला आवासीय विद्यालय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट तो है ही इसके अलावा उसने अपने प्रदर्शन से अपनी उपयोगिता को साबित भी किया है. वर्ष 2015 में पहली बार इस विद्यालय से मैट्रिक परीक्षा में बच्चे शामिल हुए. जबकि वर्ष 2017 में इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी ने पहली बार परीक्षा में हिस्सा लिया था और तब से लेकर लगातार साल दर साल इंटरमीडिएट में टॉप करने वाले छात्रों की संख्या कम होती चली गई. हालांकि मैट्रिक परीक्षा में विद्यालय का दबदबा अब भी बरकरार है. तथा हर साल बड़ी संख्या में बच्चे टॉप टेन में अपनी जगह बनाते हैं. आंकड़ों की अगर बात की जाए तो वर्ष 2017 में इस विद्यालय से विज्ञान संकाय के 47, वाणिज्य संकाय के 3 तथा कला संकाय के 2 बच्चे परीक्षा में शामिल हुए थे. जिसमें विज्ञान संकाय के 4, वाणिज्य संकाय के 2 तथा कला संकाय के 1 छात्र ने टॉप टेन में अपनी जगह बनाई थी. 2018 में विज्ञान संकाय के 35, कला संकाय के 4 तथा वाणिज्य संकाय के 9 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे और टॉप टेन में जगह बनाने वाले छात्रों की संख्या विज्ञान संकाय में 3 एवं कला संकाय में 4 थी. वर्ष 2019 में हुई इंटरमीडिएट की परीक्षा में सिमुलतला आवासीय विद्यालय से विज्ञान संकाय के 19, वाणिज्य संकाय के 8 तथा कला संकाय के 9 छात्र शामिल हुए थे. लेकिन केवल कला संकाय के 3 छात्र ही टॉप टेन में जगह बना पाए थे वर्ष 2020 में विद्यालय से विज्ञान संकाय में 49, वाणिज्य संकाय में 9 तथा कला संकाय में 10 छात्र शामिल हुए थे एवं विज्ञान संकाय से एक वाणिज्य संकाय से 1 तथा कला संकाय से 4 छात्रों ने टॉप टेन में अपनी जगह बनाई थी. वर्ष 2021 में इस विद्यालय से विज्ञान संकाय में 39, कला संकाय में 5 तथा वाणिज्य संकाय में 1 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे और टॉप टेन में कला संकाय के एक छात्र ने अपनी जगह बनाई थी जिसने बिहार भर में टॉप स्थान भी हासिल किया था. वर्ष 2022 में इस विद्यालय से 27 बच्चे विज्ञान संकाय से, 7 बजे वाणिज्य संकाय से तथा 9 बच्चे कला संकाय से परीक्षा में शामिल हुए थे. लेकिन एक भी छात्र टॉप टेन में जगह नहीं बना पाया. इसके बाद साल 2023 और साल 2024 में भी एक भी टॉपर शामिल नहीं हो सका था.