जलजमाव से सोनो की मुख्य सड़क बनी तालाब
सोनो. वर्षा ऋतु के आगमन होते ही एक बार पुनः सोनो में जलजमाव की समस्या खड़ी हो गयी. बारिश के पानी के निकास की व्यवस्था नहीं होने से मुख्य सड़क का वह भाग जो नीचे है तालाब में तब्दील हो गया है.
विनय कुमार मिश्र,
सोनो. वर्षा ऋतु के आगमन होते ही एक बार पुनः सोनो में जलजमाव की समस्या खड़ी हो गयी. बारिश के पानी के निकास की व्यवस्था नहीं होने से मुख्य सड़क का वह भाग जो नीचे है तालाब में तब्दील हो गया है. इस हालत में लोगों को सड़क पर आवाजाही करने में बड़ी परेशानी हो रही है. बीते गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश के बाद ग्रामीण बैंक से पहले वर्मा मार्केट के समीप सड़क का बड़ा हिस्सा पानी से भर गया है. स्थिति इतनी बदतर हो गयी कि सड़क किनारे स्थित दुकान में पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है. मुख्य सड़क की इस जगह पर प्रायः होने वाले जलजमाव से कई जगह गड्ढे भी बन गये हैं. जलजमाव के कारण पानी के नीचे छिपे ये गड्ढे छोटे वाहनों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं. दरअसल, गड्ढे में पानी भरे होने के कारण बाइक, साइकिल व ई-रिक्शा जैसे अन्य छोटे वाहन के पहिये पानी के भीतर के गड्ढे में जाने पर वाहन अनियंत्रित होकर पलट जा रहे हैं. आश्चर्य की बात यह है कि बीते वर्ष भी ऐसी ही स्थिति थी, बावजूद इसके प्रशासनिक पदाधिकारी सहित अन्य जिम्मेदार इस ओर लापरवाह बने रहे. न तो जल की निकासी के लिए नाला बनवाया गया और न ही जलजमाव वाली जगह को भरवाकर सड़क को ऊंचा ही किया. जलजमाव वाली इस जगह पर स्थित पुरानी दुकान सड़क के लेवल से नीचे हो गयी है. यहां बरसात का पानी घुसने का खतरा बना हुआ है. मौसम ठीक होने पर और पानी थोड़ा सूखने पर कीचड़ और उसकी सड़ांध से स्थिति और खराब हो जाती है. सोनो चौक से मुख्य बाजार तक कई जगह सड़क की स्थिति बरसात में बेहद खराब हो गयी है. चूंकि यह सड़क सोनो की सर्वाधिक व्यस्ततम सड़कों में एक है, लिहाजा बड़ी संख्या में प्रतिदिन लोग परेशानी को झेल रहे हैं.सड़क के साथ नाला नहीं बनाने से परेशानी
सोनो चौक से चरकापत्थर की यह सड़क सोनो मुख्य बाजार से होकर जाती है. घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में सड़क के साथ नाला बनवाना जरूरी था ताकि पानी की निकासी आसानी से हो सके. बुद्धिजीवियों का मानना है कि संबंधित विभाग द्वारा घनी आबादी में बिना नाला के सड़क का पुनर्निर्माण करवाना गलत था. नाला नहीं रहने से पानी की निकासी सही तरीके से नहीं हो रही है साथ ही लेवलिंग के बिना हुए निर्माण के कारण कई जगह सड़क की सतह नीचे रह गयी, जहां पानी भरते ही मिनी वह तालाब बन जाता है.
पुरानी दुकानों में बरसात के पानी घुसने की संभावना
चौक से बाजार जाने वाली इस सड़क पर मनोज दूबे घर के समीप सड़क के गहरे होने के कारण जलजमाव हो गया है. जहां जमा पानी कई पुरानी दुकान की सतह के लेवल तक आ गया है. कई पुरानी दुकानें की फर्श सड़क से भी नीचे है. इस दुकान के आगे ईंट की दीवार बनाकर बरसात के पानी को रोकने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यहां ज्यादा पानी का जमाव होते ही पानी इन दुकानों के भीतर घुस जायेगा. दुकान के बाहर रखी गयीं नमक की बोरियां तो पहले ही पानी में डूबकर खराब हो गयी हैं. बरसात का पानी यदि दुकान में घुसा तो दुकानदारों का बड़ा नुकसान होगा.एनएच की स्थिति भी बदतर
एनएच 333 जमुई चकाई मुख्य मार्ग के सोनो चौक पर भी स्थिति ऐसी ही है. कई जगह बारिश का पानी सड़क पर जमा है. सड़क पर बने गड्ढे में भी पानी भरा हुआ है जबकि अन्य जगहों पर कीचड़ ही कीचड़ भरा हुआ है. सोनो चौक पर दुर्गा मंदिर मोड से लेकर सिंचाई कोलनी से थोड़ा पहले तक के आधा किलोमीटर एनएच की सड़क बदतर स्थिति में है. सड़क पर कई जगह पानी भरा है, जबकि सड़क और सड़क के दोनों किनारे कीचड़ से भरे हुए हैं. भारी वाहन गुजरने से सड़क भी टूट गयी है.प्रशासन की उदासीनता चिंताजनक
सड़कों पर गड्ढे बनने और बारिश होने पर उसमें जलजमाव होने से राहगीरों आवागमन करने में परेशानी हो रही है. इसके बावजूद, प्रशासन इसके समाधान को लेकर कुछ भी नहीं कर रहा है. जबकि पानी भरी इसी सड़क से होकर प्रशासनिक वाहन भी गुजरते हैं. फिर भी निराकरण के लिए उनकी उदासीनता चिंताजनक है. जानकारों की मानें तो सड़क के गड्ढे और अन्य त्रुटियों को ठीक करवाने की जिम्मेदारी संबंधित संवेदक की होती है. परंतु दीर्घकालिक समस्या के निदान के लिए नाला निर्माण या जल निकासी की व्यवस्था आवश्यक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है