एसएसबी ने दो आइईडी को किया निष्क्रिय
टला बड़ा हादसा, चरकापत्थर के पानीचुआं के समीप कच्ची सड़क में मिट्टी के नीचे दो जगहों पर लगायी गयी थी आइईडी
सोनो. चरकापत्थर थाना क्षेत्र अंतर्गत पानीचुआं गांव के समीप एक निर्माणाधीन सड़क पर मिट्टी के नीचे आइईडी लगाकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश थी. इसको एसएसबी व पुलिस ने नाकाम कर दिया. सुरक्षा बलों व पुलिस की टीम ने बम निरोधक दस्ते और विस्फोटक विशेषज्ञ की मदद से आइईडी में विस्फोट कराकर उसे डिफ्यूज कर दिया. दरअसल क्षेत्र में नक्सली मूवमेंट की आशंका पर 16 वीं बटालियन एसएसबी जमुई के कमांडेंट मनीष कुमार के दिशा निर्देशन व सी समवाय के कंपनी कमांडर अभिनव तोमर के नेतृत्व में रविवार को सशस्त्र सीमा बल और चरका पत्थर थानाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार की संयुक्त टीम ने एरिया डोमिनेशन के तहत सर्च ऑपरेशन चलाया. यह अभियान बटालियन की आसूचना शाखा से प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया. अभियान के दौरान पानीचुआं गांव के समीप सड़क पर संदिग्ध रूप से इलेक्ट्रिक तार दिखा. इस पर फौरन हरकत में आये जवानों ने मामले की सूचना एएसपी अभियान सहित अन्य वरीय पदाधिकारी को दी. इसके बाद स्वान दस्ता, डीएसएमडी व बम पहचानने वाले अन्य उपकरणों की मदद से जांच के क्रम में सड़क के नीचे आइईडी होने की जानकारी मिली. इस पर बम निरोधक और विस्फोटक विशेषज्ञों के दस्ते को बुलाया गया. सीआरपीएफ के 215वीं बटालियन की बम निरोधक और विस्फोटक विशेषज्ञों टीम ने आइईडी को सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर दिया. इस दौरान आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए क्षेत्र की घेराबंदी और इलाके की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी थी. अब सुरक्षाबल व पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटे हैं कि विस्फोटक लगाने में क्या नक्सलियों का हाथ है. इस क्षेत्र में बैकफुट पर आये नक्सलियों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देकर अपनी बड़ी उपस्थिति दर्ज करने की यह कोशिश हो सकती है. बहरहाल पुलिस व एसएसबी की खुफिया टीम जांच में जुट गयी है.
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