जमुई. जिला मुख्यालय स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंदवारा में विद्यालय निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीएम) पर पैसा मांगने तथा जातिसूचक शब्दों के साथ गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है. इसे लेकर उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंदवारा के प्रभारी प्रधानाध्यापक कमल नारायण पासवान ने अनुसूचित जाति जनजाति थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवायी है. प्रभारी प्रधानाध्यापक कमल नारायण सिंह ने बताया कि सुभाष कुमार सिंह बीते सात अक्तूबर को विद्यालय में निरीक्षण के लिए आये थे. उन्होंने विद्यालय का सारे अभिलेख को अपने मोबाइल में फोटो खींच लिया. उसके बाद उन्होंने खुले रूप से विद्यालय परिसर में मुझे 25 हजार रुपये की मांग की. जब मैंने उनसे पैसा मांगने का कारण पूछा, तब उन्होंने जाति सूचक शब्दों के साथ मुझे गाली-गलौज की. इस दौरान उन्होंने मुझे धमकी भी दी और मेरे साथ दुर्व्यवहार किया. विद्यालय में रसोईया ग्रामीण तथा शिक्षक शिक्षिकाएं भी मौजूद थीं, पर जिला कार्यक्रम समन्वयक ने सबके सामने ही मुझे अपमानित कर दिया. इसके अगले दिन उन्होंने फोन कर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समीप चाय की दुकान पर बुलाया और कहा कि अगर नौकरी करनी है तो तुम्हें 25 हजार देने पड़ेंगे. जब मैंने मना किया तब उन्होंने गाली-गलौज कर मुझे दोबारा अपमानित किया. इसके बाद मैं आत्मग्लानि से व्यथित होकर मानसिक रूप से परेशान हो गया तथा मैंने कहीं भी आवेदन नहीं दिया. करीब 10 दिनों के बाद विद्यालय प्रधान ने अनुसूचित जाति जनजाति थाने में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. इस बाबत एससी-एसटी थानाध्यक्ष ब्यूटी कुमारी ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज की गयी है तथा मामले की जांच की जा रही है.
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