सोनो. शिक्षा विभाग द्वारा ई-शिक्षा कोष एप पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए जारी किए गए निर्देश के बावजूद बड़ी संख्या में शिक्षक अभी भी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में पिछड़ रहे हैं. अब विभाग इस पर सख्त रुख अपनाते हुए अक्टूबर से शिक्षकों का वेतन ऑनलाइन हाजिरी ई-शिक्षा कोष पर होने के अनुसार ही बनाये जाने का निर्णय लिया है. शिक्षा विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, सोमवार व मंगलवार को आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षकों की संख्या हजार भी पार नहीं कर सकी. विदित हो कि गत 25 जून से ही आनलाइन हाजिरी की व्यवस्था की गयी है. अगस्त माह में शिक्षा विभाग के एसीएस डा एस सिद्धार्थ ने सभी डीइओ को पत्र भेज कर एक सितंबर से सभी शिक्षकों का शत प्रतिशत आनलाइन हाजिरी सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया है. डीइओ को दिए निर्देश में स्पष्ट है कि शिक्षक खुद या फिर प्रधानाध्यापक के मोबाइल से भी आनलाइन हाजिरी दर्ज कर सकते हैं ताकि अक्टूबर से वेतन भुगतान में किसी तरह की परेशानी न हो. आंकड़े पर गौर किया जाये, तो जिले में विभिन्न कोटि के 1808 सरकारी विद्यालय संचालित हैं जिनमें 10290 शिक्षक कार्यरत हैं. इनमें से मंगलवार को 20 स्कूलों के किसी भी शिक्षकों ने आनलाइन हाजिरी नहीं बनायी थी. वहीं जिले के 907 शिक्षकों ने आनलाइन हाजिरी नहीं बनायी. बात सोनो की की जाय तो सोनो के 115 शिक्षकों ने मंगलवार को आनलाइन हाजिरी नहीं बनायी थी. विभागीय निर्देश की बात की जाये तो शिक्षकों को खुद ई-शिक्षा कोष मोबाइल ऐप पर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है. यदि किसी कारण से शिक्षक के मोबाइल से उपस्थिति दर्ज नहीं हो रहा हो तो प्रधानाध्यापक भी स्कूल लाॅगिन में शिक्षक की उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं. विशेष परिस्थिति में सर्वर डाउन, नेटवर्क की समस्या या अन्य कोई तकनीकी समस्या की वजह से यदि शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कर पा रहे हैं तो भौतिक रूप से उपस्थिति पंजी में दर्ज उपस्थिति के आधार पर वेतन भुगतान किया जायेगा.
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