सदर अस्पताल के शौचालय में मिला नवजात का शव, जांच में जुटा प्रबंधन
सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष के समीप स्थित शौचालय में बुधवार की सुबह एक नवजात का शव बरामद किया गया. शौचालय में नवजात का शव को देखने के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन सहित स्थानीय लोगों की भीड़ लग गयी.
जमुई. सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष के समीप स्थित शौचालय में बुधवार की सुबह एक नवजात का शव बरामद किया गया. शौचालय में नवजात का शव को देखने के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन सहित स्थानीय लोगों की भीड़ लग गयी. बुधवार की सुबह सफाई कर्मी जब शौचालय की सफाई करने गये तो देखा शौचालय की सीट में एक नवजात का शव पड़ा है. शव का सिर सीट में बुरी तरह से फंसा हुआ था. सफाई कर्मी ने इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय को दी. सूचना मिलने के बाद शव को निकालने का प्रयास में जुट गये. घंटों मशक्कत के बाद शौचालय सीट को तोड़कर शव को बाहर निकाला गया. इधर, थाना पुलिस की मामले की छानबीन में जुट गयी है. फिलहाल नवजात का शव शौचालय में कैसे आया इसकी जांच की जा रही है.
सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है पहचान
सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष के समीप लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है. साथ ही नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर मौजूद महिला तथा पुरुष जीएनएम सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है.
मेडिकल बोर्ड का किया गया गठन
शौचालय में मिले नवजात के शव मामले की जांच को लेकर सिविल सर्जन के निर्देश पर उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद ने डॉ जीके सुमन के नेतृत्व में मेडिकल बोर्ड का गठन किया. इसमें डॉ मृत्युंजय कुमार व डॉ थनिष कुमार को शामिल किया गया है. गठित मेडिकल बोर्ड की देखरेख में नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराया गया. हालांकि पोस्टमार्टम के बाद मेडिकल बोर्ड में शामिल चिकित्सक ने मामले को लेकर कुछ भी बताने से परहेज करते दिखे.
कहते हैं प्रबंधक
सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि इमरजेंसी के शौचालय में नवजात के शव मिलने की सूचना मिली है. मैंने भी देखा कि नवजात का सिर का हिस्सा शौचालय सीट में फंसा हुआ है. इसके उपरांत प्रसव कक्ष तथा एसएनसीयू कक्ष से नवजात बच्चों की जानकारी ली, लेकिन दोनों जगहों से सब कुछ सही पाया गया है. वरीय पदाधिकारियों के दिशा-निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.
कहते हैं उपाधीक्षक
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि शौचालय में मिले नवजात का शव मामले को लेकर मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया. सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है साथ ही नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर मौजूद जीएनएम तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की जा रही है. इस मामले में संलिप्त लोगों पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
मानवता हुई शर्मसार, नवजात के शव को रखा डस्टबिन में
जमुई. सदर अस्पताल के शौचालय से बरामद नवजात के शव को डस्टबिन में रखा गया. अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. दरअसल, बुधवार की सुबह इमरजेंसी कक्ष के समीप स्थित शौचालय के सीट को तोड़कर नवजात के सिर और धर को निकाला गया और एक साथ सफाई कर्मियों ने शव को डस्टबिन में रख दिया. डस्टबिन को दूसरे शौचालय में रखकर ताला लगा दिया गया. मानवता को शर्मशार करने वाली इस कार्य से अस्पताल प्रबंधन अनजान बने रहे. बताते चलें कि किसी भी इंसान की मौत के बाद उसे कफन का कपड़ा या अन्य कपड़े में ढक कर रखा जाता है लेकिन अस्पताल प्रबंधन शायद इस बात से अंजान बने हुए थे. इसके उपरांत पत्रकारों की पहल पर घंटों बाद नवजात के शव को डस्टबिन से निकालकर कार्टन में रखा गया.—-ऐसी कोई बात नहीं है. नवजात के शव को डस्टबिन में नहीं रखा गया है. यदि ऐसा हुआ है तो मामले की जांच कर संबंधित व्यक्ति पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
डॉ सैयद नौशाद अहमद, उपाधीक्षक सदर अस्पताल, जमुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है