प्रेमी से शादी रचाने के बाद भी महिला को साथ रखा, तो दंपती को अर्द्धनग्न कर गांव में घुमाया

झाझा के एक गांव की घटना ने मानवता को किया शर्मसार, पुलिस की कार्रवाई के बाद नामजद आरोपित गांव छोड़ कर हुए फरार

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2024 10:38 PM

जमुई. झाझा प्रखंड के एक गांव की एक घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया. अब इस अमानवीय घटना को लेकर 12 लोगों व अन्य अज्ञात के विरुद्ध पुलिस ने केस दर्ज किया है. एक दंपती के साथ हुए इस आमनवीय व्यवहार के मामले में पुलिस आरोपितों के विरुद्ध कड़ा रुख अख्तियार किये हुए है. आरोपित के घर पर पुलिस ने दबिश दी, तो सभी ने गांव छोड़ दिया. कोई अपने रिश्तेदार के यहां तो कई दूसरे प्रदेश चले गये हैं. पुलिस कार्रवाई से गांव के लोग सहमे हुए हैं. पीड़ित दंपती अपने घर पर रह रहे हैं.

मालूम हो कि पीड़ित महिला का प्रेमी कोई और नहीं उसका पड़ोसी ही है. महिला ढाई साल से प्रेमी के संपर्क में थी और कई बार दोनों ने संबंध भी बनाया. पीड़ित महिला और प्रेमी के बीच अवैध संबंध की जानकारी ग्रामीणों को थी. महिला को कई बार प्रेमी के साथ देखा गया. बावजूद महिला का पति अपने पत्नी को अपनाये हुए है. पांच दिन पहले महिला और प्रेमी घर से फरार होकर पटना चले गये. इस दौरान दोनों ने कोर्ट में शादी रचा ली. दो सितंबर को महिला प्रेमी के साथ सुसराल से लौटी. शादी रचाने के बावजूद पति ने महिला को अपने घर में रखा. यही बात ग्रामीणों को नागवार गुजरी. ग्रामीण आक्रोशित हो गये. उसी रात पंचायत बुला ली. इसमें गांव के अधिकांश लोग शामिल हुए. इसमें पीड़ित महिला एवं उनके पति को भी बुलाया गया. ग्रामीणों ने कहा कि महिला से गांव का वातावरण खराब हो रहा है. समाज पर बुरा असर पड़ रहा है. बार-बार महिला व उसके प्रेमी को समझाने का प्रयास किया गया. पर दोनों नहीं माने. प्रेमी को पत्नी व चार बच्चे हैं. वहीं पीड़ित महिला भी तीन बच्चे की मां है. ऐसी स्थिति में प्रेमी अब महिला को रखने को तैयार नहीं है. लोगों ने पीड़ित महिला के पति को कहा कि जब पत्नी पांच दिन गैर मर्द के साथ रही. कोर्ट में शादी रचा ली तो फिर घर में शरण क्यों दी. महिला का पति पंचायत के निर्णय का विरोध कर पत्नी को अपने पास रखने के लिए तैयार हो गया. इस बात से आक्रोशित ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से दंपती को चप्पल, जूता की माला पहनाकर ढोल बाजे के साथ गांव में घुमाने का निर्णय लिया. रात दस बजे से बारह बजे तक दो घंटे दंपती को ढोल-बाजे के साथ पूरे गांव में घुमाया गया. ग्रामीणों को यह नहीं पता था कि इस दौरान जो वीडियो बन रहा है, वह वायरल हो जाएगा और पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करेगी. हालांकि ग्रामीण इसके माध्यम से गांव के बहू-बेटी को संदेश देना चाह रहे थे.

पुलिस के पहुंचने पर गांव में दिखा केवल महिलाओं का झुंड

पुलिस वाहन गांव में प्रवेश करते ही बुधवार को गांव के अधिकांश लोग अंदर ग्राउंड हो गये. पंचायत में शामिल लोग गांव में नहीं दिखे. कुछ महिलाओं ने दबी जुबान से ऐसी घटना नहीं घटने की बात कही. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इस महिला के कारण गांव का माहौल खराब हो रहा था. हर घर में महिला और प्रेमी की चर्चा आम बात हो गई थी. इससे गांव में ऐसी घटना की वृद्धि होने की आशंका दिखने लगी थी. दंपती के साथ हुई घटना से गांव में पुनः ऐसी घटना का दोहराव नहीं होगा. गांव में पुरुषों की संख्या कम रहने पर महिलाओं ने बताया कि पुलिस कई लोगों को खोज रही है. इसके कारण कई लोग बाहर निकल गये हैं.

ग्रामीणों के समक्ष गिड़गिड़ाती रही पीड़िता, किसी ने नहीं सुनी बात

पीड़ित महिला ने बताया कि समाज ने मुझे बदनाम कर दिया. लोग हमसे बात नहीं कर रहे हैं. मेरी गलती क्या है. इसके पहले भी गांव में कई ऐसी घटना घट चुकी है. फिर मेरे साथ इस तरह का व्यवहार किया गया. महिला ने प्रेमी के साथ रहने की बात कही. वह अभी फरार चल रहा है. हालांकि महिला ने प्रेमी से बात होने की बात कबूली. कहा कि जब समाज के लोगों ने कोर्ट मैरेज का कागज देख लिया और हमने पूरी बात कह दी. इसके बावजूद ग्रामीणों ने मेरे व निर्दोष पति के साथ अमानवीय व्यवहार क्यों किया. ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. उसने कहा कि आठ बजे रात से लेकर 11 बजे रात तक अर्द्धनग्न कर मुझे और मेरी पति को पूरा गांव घुमाया. किसी ने विरोध नहीं किया. सभी मोबाइल में वीडियो बनाते रहे और गलत बात करते रहे. ग्रामीणों से ऐसा नहीं करने की अपील करती रही, लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी.

कोट

पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज कर आरोपितों की खोज की जा रही है. गांव में चौकीदार को तैनात किया गया है

संजय कुमार सिंह, थानाध्यक्ष

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