संत रविदास आध्यात्मिक ज्ञान व कविता से समाज में फैले कुरीतियों को किया दूर: दामोदर
संत रविदास वर्षों से पूजे जाते रहे हैं. वे आध्यात्मिक ज्ञान और कविता द्वारा समाज में फैले कुरीतियों को दूर करने का प्रयास किया.
झाझा. संत रविदास वर्षों से पूजे जाते रहे हैं. वे आध्यात्मिक ज्ञान और कविता द्वारा समाज में फैले कुरीतियों को दूर करने का प्रयास किया. उक्त बातें पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक दामोदर रावत बुधवार को प्रखंड क्षेत्र की हथिया पंचायत अंतर्गत पांडेय डीह रविदास टोला में संत शिरोमणि व आध्यात्मिक कवि रैदास की 648वीं जयंती के मौके पर उन्हें माल्यार्पण करते हुए उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा. उन्होंने कहा कि रविदास जी ने अपना जातिगत पेशा करते हुए अपने स्वाध्याय और चिंतन के सहारे समाज में फैले ऊंच-नीच का भाव, झूठ आडंबर और धर्मांधता को अपने तर्क से समाप्त करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि रविदास जी ने कहा था कि मन चंगा तो कठोती में गंगा अर्थात मन पवित्र हो और परमात्मा में आस्था हो तो उन्हें घर बैठे भी पाया जा सकता है. उपस्थित सदस्यों ने उनके तेल चित्र पर पुष्प सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. मौके पर जदयू दलित प्रकोष्ठ प्रखंड अध्यक्ष भोला दास, पंचायत समिति सदस्य अजय कुमार, दिनेश दास, सुनील दास, रोहित दास, दिनेश दास, बेगू पंडित, कपिल देव पंडित, अमित ठाकुर, मदन पंडित, बलवंत सिंह, ठाकुर पंडित समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है