तूल पकड़ रहा है बाबा झुमराज मंदिर में नयी कमेटी गठन का मामला
पूर्व कमेटी सदस्यों समेत अन्य कुछ ग्रामीण आम सभा कर कमेटी बनाने की मांग पर अड़े
सोनो. बटिया स्थित प्रसिद्ध बाबा झुमराज मंदिर में नयी कमेटी गठन का मामला तूल पकड़ने लगा है. पूर्व कमेटी के सदस्यों के अलावा क्षेत्र के राजनीति पार्टी के नेता भी नयी कमेटी के गठन की प्रक्रिया पर असंतोष जताते हुए आम सभा के द्वारा पुन: कमेटी बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं. इसे लेकर कमेटी के पूर्व सदस्यों द्वारा मंदिर प्रांगण में धरना भी दिया गया. रविवार को मंदिर प्रांगण में हुई बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ-साथ राजद नेता विजय शंकर यादव, लोजपा (आर) नेता संजय मंडल व पूर्व मुखिया सत्यनारायण यादव सहित कई गणमान्य भी उपस्थित हुए. इस बैठक में नयी कमेटी के पदाधिकारी व सदस्यगण भी मौजूद थे. बैठक में जहां नयी कमेटी के लोगों ने गठन को सही बताते हुए कहा कि 2017 से लगातार एक ही कमेटी कार्य कर रही थी जो व्यवस्था और आमदनी को पारदर्शी नहीं बना रहे थे. मंदिर में आमदनी के बावजूद पेयजल व शौचालय की सुविधा समेत कई जरूरी कार्यों को नहीं किया जा रहा था. अब जबकि नयी कमेटी को जिम्मेदारी दी गयी है तब काम करने नहीं दिया जा रहा है. वहीं राजद व लोजपा नेता सहित अन्य गणमान्यों ने कहा कि हमें नयी कमेटी के गठन की प्रक्रिया पर आपत्ति है. नियम के अनुसार आम सभा में सदस्यों का चयन होना चाहिए था, लेकिन बंद कमरे में अनुमंडलाधिकारी ने सूची बनाकर उसे अनुशंसित कर धार्मिक न्यास परिषद को भेज दिया. बैठक में लोगों ने आम सभा करा फिर से कमेटी गठन की मांग की गयी.
इधर सोमवार को मां दुर्गा के पूजनोत्सव के बाद झुमराज मंदिर में हुई पहली पूजा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. मंदिर परिसर में दोनों पक्ष के सदस्यों को देख प्रशासन सजग हुआ और विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए सीओ सुमित कुमार आशीष और बटिया थानाध्यक्ष नीतू कुमारी द्वारा पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. इधर दोनों पक्ष के लोगों ने कार्तिक से पूर्व के दो पूजा में आपसी संयम बरतने पर जोर देते हुए कार्तिक माह में ठोस निर्णय कर रास्ता निकालने की बात पर सहमति बनायी. इसके बाद सोमवार को श्रद्धालुओं ने बिना किसी व्यवधान के पूजा अर्चना की.23 सितंबर 2024 को 11 सदस्यीय कमेटी का हुआ था गठन
बताते चलें कि बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद पटना ने कमेटी के पदेन अध्यक्ष अनुमंडलाधिकारी के द्वारा अनुशंसित सूची के आलोक में 23 सितंबर 2024 को 11 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया था. इसका विरोध पूर्व कमेटी के सदस्यों और कुछ ग्रामीणों द्वारा किया जाने लगा. ये सभी आम सभा के द्वारा सदस्यों का चयन कर नयी कमेटी के गठन की लगातार मांग कर रहे हैं. वहीं नये कमेटी के लोग पुरानी कमेटी के लोगों पर उन्हें काम नहीं करने देने का आरोप लगा रहे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है