ट्रैक्टर मालिक सुरेंद्र ने टुनटुन को दी थी धमकी- गांव में रहोगे तो मार देंगे

लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के पवना गांव निवासी टुनटुन सिंह हत्या मामले में मृतक की मां उषा देवी ने गांव के ही आधा दर्जन से अधिक लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 4, 2024 9:35 PM
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झाझा. लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के पवना गांव निवासी टुनटुन सिंह हत्या मामले में मृतक की मां उषा देवी ने गांव के ही आधा दर्जन से अधिक लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. उषा देवी ने बताया कि एक नवंबर को गांव के सुरेंद्र पंडित की पत्नी ने मेरे पुत्र को फोन कर अपने घर बुलाया था. उसके बाद वह घर से निकल गया. काफी समय के बाद वह घर वापस नहीं आया तो हमलोग खोजबीन करने लगे लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. खोजबीन करते हुए हमलोग सुरेंद्र पंडित के घर गये तो उनके घर में ताला लगा हुआ था. उन्होंने बताया कि मेरे बेटा सुरेंद्र पंडित का ट्रैक्टर चलाता था और मजदूरी को लेकर कुछ दिन पहले मेरे बेटा का उनसे बात-विवाद हुआ था. तभी सुरेंद्र ने धमकी दी थी कि अगर गांव में रहोगे तो जान से मार देंगे. इसके बाद डर के मारे मेरा बेटा कमाने के लिये बेंगलुरु चला गया और एक सप्ताह पूर्व ही वहां से आया था. सुरेंद्र की पत्नी आरती देवी ने फोन कर मेरे बेटे को बुलाकर हत्या कर दी. उषा देवी ने सुरेंद्र पंडित, राजीव पंडित, चिंटू पंडित, आरती देवी समेत अन्य लोगों पर हत्या कर शव को गुडियारा जंगल के पास फेंकने का आरोप लगाया गया है. इसे लेकर पूछे जाने पर प्रभारी थानाध्यक्ष संजय कुमार यादव ने बताया कि मृतक की मां उषा देवी के आवेदन के आधार पर पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है.

ट्रैक्टर चलाता था टुनटुन सिंह, दो माह पहले कार्य से हुआ था मुक्त

लक्ष्मीपुर. थाना क्षेत्र अंतर्गत पवना गांव निवासी लेधो सिंह के 22 वर्षीय पुत्र टुनटुन सिंह का शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. जानकारी के अनुसार, टुनटुन सिंह बीते शुक्रवार से गायब थे और परिजनों के साथ-साथ पुलिस भी उसकी खोजबीन कर रही थी. इसी क्रम में बीते रविवार देर संध्या झाझा थाना क्षेत्र के बंजामा-गुड़ियारा गांव जंगल से टुनटुन सिंह का शव बरामद किया गया. उनकी हत्या धारदार हथियार से गला रेत कर की गयी थी. ग्रामीणों के अनुसार, टुनटुन सिंह गांव के ही सुरेंद्र पंडित का ट्रैक्टर चालक था और उसके घर आना-जाना करता था. सुरेंद्र पंडित ने करीब दो महीने पूर्व टुनटुन सिंह को ट्रैक्टर चलाने के कार्य से मुक्त कर दिया था. घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए टुनटुन सिंह बंगलौर कमाने चला गया. एक सप्ताह पूर्व वह घर आया था इसके बाद उसकी हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया. लोगों ने बताया कि टुनटुन का शव मिलने की सूचना मिलते ही सुरेंद्र पंडित पूरे परिवार के साथ घर से फरार हो गये. वहीं उन्होंने लक्ष्मीपुर पुलिस के साथ-साथ पंचायत के मुखिया को फोन कर बताया कि कुछ लोग मेरे घर को घेर कर आग लगाना चाह रहे थे और मेरे व मेरे परिवार को जान पर खतरा था. इसलिए हमलोग घर से भाग गये हैं. घटना को लेकर छानबीन करने पहुंची पुलिस सुरेंद्र पंडित के दोनों भाई को पूछताछ के लिये थाना ले गयी है.

मृतक घर का एक मात्र कमाऊ सदस्य था टुनटुन

गांव के लोगों की मानें तो टुनटुन सिंह ही एक मात्र घर का कमाऊ सदस्य था. टुनटुन तीन बहन में एकलौता भाई था. उसके पिता-माता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण सारा दारोमदार उसके उपर ही था. ट्रैक्टर चलाने के साथ-साथ मेहनत मजदूरी कर पूरे परिवार का भरण-पोषण किया करता था. किसी तरह से अपनी बड़ी बहन की शादी किया था और दो बहन अब भी कुंवारी ही है. घटना को लेकर माता-पिता व बहनों का रो-रो कर बुरा हाल था.

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