फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

सदर अस्पताल परिसर स्थित सभागार में मंगलवार को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को सीएचओ सहित स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 27, 2024 9:07 PM

जमुई . सदर अस्पताल परिसर स्थित सभागार में मंगलवार को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को सीएचओ सहित स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया. मौके पर जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ धीरेन्द्र कुमार धुसिया द्वारा बताया गया कि फाइलेरिया की जांच को लेकर शनिवार से जिले में नाइट ब्लड सर्वे अभियान चलाया जायेगा. नाइट ब्लड सर्वे से लोगों में फाइलेरिया परजीवी होने का का पता लगाया जाता है एवं रात में 8:30 के बाद 12:00 रात्रि से पहले ही लोगों का ब्लड सेंपल लेकर जांच की जाती है उन्होंने बताया कि आगामी 10 फरवरी 2025 से जिले मे सर्व -जन दवा सेवन अभियान कार्यक्रम चलाया जायेगा.

नाइट ब्लड सर्वे के लिए बनाये गये 22 जांच स्थल

वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे के लिए जिले में कुल 22 जांच स्थल बनाये गये हैं. इसमें 11 रेंडम एवं 11 सेंटीमेंटल सत्र स्थल है. जहां कुल 6600 लोगों की जांच की जायेगी. श्री कुमार ने बताया कि फाइलेरिया को आम भाषा में हाथीपांव रोग कहा जाता है. यह बीमारी मच्छर के काटने से फैलता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, दीर्घकालिक दिव्यांगता की एक बड़ी वजह फाइलेरिया है. यह एक ऐसी घातक बीमारी है जो शरीर को धीरे-धीरे खराब करती है. फाइलेरिया एक परजीवी द्वारा होने वाला रोग है जो धागा के समान दिखने वाले ””””फाइलेरिओडी”””” नामक निमेटोड के कारण होता है. मौके पर वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी विकाश पिरामल के प्रतिनिधि गुंजन चौधरी एवं राकेश कुमार जिला स्वास्थ्य कर्मी मो शमीम सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.

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