आदिवासी समाज ने की बैठक
गरीबों की जमीन का जबरन अधिग्रहण करने को लेकर रविवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित बाबा साहब डा भीम राव आंबेडकर प्रतिमा स्थल के समीप आदिवासी समाज की बैठक हुई.
चकाई. गरीबों की जमीन का जबरन अधिग्रहण करने को लेकर रविवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित बाबा साहब डा भीम राव आंबेडकर प्रतिमा स्थल के समीप आदिवासी समाज की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता शिवलाल हैंबरम ने की. इस दौरान प्रखंड की पोझा पंचायत के चीहरा एवं बेहरा में जिसकी रसीद आदिवासी ग्रामीणों के नाम कट रही है और जिसपर मालिकाना हक के साथ उनका वर्षों से दखल कब्जा है. उक्त जमीनों को सरकार द्वारा मनमाने तरीके से अपने कब्जे में लिया जा रहा है जो दुःखद है. वहीं इस दौरान समाजसेवी पृथ्वीराज हैंबरम के नेतृत्व में तीन सूत्री मांग रखी गयी हैं. जैसे प्रकृति अधिकार के तहत जो प्राकृतिक रूप से वर्षों से बसा हुआ है, वही उसके मालिक हैं. वन विभाग द्वारा केवल आदिवासी क्षेत्रों में ही आदिवासियों की जमीन का अतिक्रमण किया जा रहा है, जो गलत है . 2006 वन अधिनियम अधिकार के तहत जिस जंगल की जमीन पर जो लोग खास कर बनवासी वर्षों से खेती करते आ रहे हैं, वे उस जमीन का मालिकाना हक रखते हैं. वहीं बैठक में यह तय किया गया सरकार को वे लोग अपनी तीन सूत्री मांगों से अवगत कराएंगे ताकि सरकार इसपर विचार कर उन्हें उचित न्याय मिल सके. मौके पर डॉ जगजीवन मुर्मू, एलेक्स मरांडी, किशुन हैंब्रम, शिबू सौरेंन, जुलियस हैंबरम, बिनोद सौरेंन, बबलू हसदा, नारायण सौरेंन, महेश हैंब्रम, राजेश हसदा, पुतीलाल मुर्मू, विजय मरांडी, बिशना मुर्मू, विजय मरांडी, परमेश्वर हसदा, महेश हैंब्रम, राजेश मरांडी, सगीता सोरेन, सोनाली मुर्मू, मनीषा हासदा आदि मौजूद थे.
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